Edited By ,Updated: 11 Jan, 2015 04:47 PM
दिल्ली एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय संस्था ग्रीनपीस के एक भारतीय कार्यकर्ता को लंदन की उड़ान भरने से ठीक पहले रोक दिया गया।
नई दिल्ली, अभिषेक आनन्द : एक पर्यावरण कार्यकर्ता को कथित तौर पर सरकार के निर्देश पर रविवार को लंदन की उड़ान भरने से ठीक पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर रोक दिया गया।
ग्रीनपीस की सीनियर कैंपेनर प्रिया पिल्लई मध्य प्रदेश के जंगलों में कोयला खदानों के मुद्दे को ब्रिटिश सांसदों के सामने उठाने वाली थी।
अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संस्था ग्रीनपीस ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी को रोकने का मामला बताया है। ग्रीनपीस ने कहा है कि वह कार्यकर्ता लंदन में भारतीय आदिवासियों के अधिकारों के उल्लंघन का मामला उठाने वाली थी।
संस्था ने दावा किया है कि कैंपेनर प्रिया पिल्लई को आव्रजन (इमिग्रेशन) अधिकारियों ने उन्हें लंदन के लिये उड़ान भरने से रोक दिया गया। जबकि प्रिया के पास लंदन जाने के लिये वैध व्यापार वीजा था।
वह 14 जनवरी को ब्रिटिश सासंदों को संबोधित करने वाली थी। दरअसल, मध्यप्रदेश के महान में लंदन स्थित कंपनी एस्सार के नेतृत्व में कोयला खदान परियोजना प्रस्तावित है। इस परियोजना से जंगल और उसपर निर्भर समुदाय की जीविका खतरे में है।
पिल्लई ने कहा, 'मैं हैरान और दुखी हूं कि एक बार फिर सरकार ने देश में लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिये लड़ने वाले लोगों के दमन का प्रयास किया है।' प्रिया ने कहा है कि उन्हें लग रहा है कि उनके साथ एक अपराधी की तरह व्यवहार किया गया है।
भारतीय एयरपोर्ट अधिकारियों ने पिल्लई को बताया कि उन्हें भारत से बाहर जाने के लिये प्रतिबंधित कर दिया गया है। एयरपोर्ट पर आव्रजन अधिकारियों ने उनके पासपोर्ट पर 'ऑफलोड' की मुहर लगा दी है।