Edited By ,Updated: 29 Jan, 2015 05:21 PM
विदेशी बाजरों के नकारात्मक संकेत के बावजूद घरेलू स्तर पर सरकार के दूरसंचार क्षेत्र की कंपनी वोडाफोन के कर मामले में अपील नहीं करने और विनिवेश प्रक्रिया तेल करने के फैसलों के साथ ही कच्चे तेल
मुंबईः विदेशी बाजरों के नकारात्मक संकेत के बावजूद घरेलू स्तर पर सरकार के दूरसंचार क्षेत्र की कंपनी वोडाफोन के कर मामले में अपील नहीं करने और विनिवेश प्रक्रिया तेल करने के फैसलों के साथ ही कच्चे तेल की कीमत गिरने से उत्साहित निवेशकों की लिवाली की बदौलत आज शेयर बाजार एक बार फिर नये रिकॉर्ड पर बंद हुआ।
बीएसई का सैंसेक्स 122.59 अंक अर्थात् 0.41 प्रतिशत की बढत लेकर पहली बार 29681.77 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(एनएसई) का निटी लगातार दसवें सत्र में 0.43 प्रतिशत यानि 38.05 अंक चढकर अबतक के रिकॉर्ड 8952.35 अंक पर रहा।
सरकार ने निवेशकों का भरोसा बढाने की प्रतिबद्धता पर अमल करते हुए दूरसंचार सेवा देने वाली ब्रिटिश कंपनी वोडाफोन के 3200 करोड रुपए के आयकर मामले पर बम्बई उच्च न्यायालय के निर्णय के खिलाफ अपील नहीं करने का फैसला किया है। साथ ही राजस्व घाटा कम करने के लिए सार्वजनिक कंपनियों में विनिवेश के जरिए पूंजी जुटाने की योजना के तहत सरकार के दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया की 10 प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेचने के लिए तारीख तय करने तथा ओएनजीसी में विनिवेश इसी वित्त वर्ष में करने से भी निवेशकों में सकारात्मक संकेत गया है।
वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमत घटकर 6 साल के निचले स्तर पर आने से निवेशकों की निवेश धारणा मजबूत हुई जिससे बाजार पुन: रिकॉर्ड बनाने में सफल रहा।