Edited By ,Updated: 02 Feb, 2015 06:58 PM
लगभग 11 साल पहले विवाह के बंधन में बंधे होशियारपुर के एक दम्पति की मन की मुराद वरदान टैस्ट बेबी सैंटर, मोता सिंह नगर जालंधर में इलाज करवाकर पूरी हो गई।
जालंधर (रत्ता): लगभग 11 वर्ष पहले विवाह बंधन में बंधे होशियारपुर के एक दम्पति के मन की मुराद वरदान टैस्ट ट्यूब बेबी सैंटर मोता सिंह नगर जालंधर में इलाज करवा कर पूरी हो गई।
पत्रकारों को जानकारी देते हुए वरदान के प्रबंध निदेशक वरीश कुमार ने बताया कि उक्त दम्पति की शादी सन् 2004 में हुई थी और इच्छा के बावजूद जब 5 साल तक भी उन्हें संतान की प्राप्ति नहीं हुई तो वह उनके सैंटर में इलाज करवाने पहुंचे। जहां वरदान के विशेषज्ञ डाक्टरों ने उक्त नि:संतान दम्पति का इलाज किया जिसके फलस्वरूप सन् 2010 में उक्त पोलियोग्रस्त महिला परमजीत कौर को आई.वी.एफ. तकनीक से लड़की पैदा हुई। इसके उपरांत सन् 2013 में उक्त दम्पति दोबारा उनके सैंटर पहुंचा और उसने फिर से संतान प्राप्ति की इच्छा जाहिर की जिसके चलते एक बार फिर महिला का आई.वी.एफ. तकनीक से इलाज किया गया क्योंकि उसकी ट्यूबें बंद थीं। विगत दिसम्बर में महिला ने जुड़वां बच्चों (एक लड़का व एक लड़की) को जन्म दिया।
वरीश कुमार ने बताया कि वरदान टैस्ट ट्यूब बेबी सैंटर लगभग 15 वर्ष में 10,000 से अधिक आई.वी.एफ. करके संतानहीनों को संतान सुख दे चुका है और इसमें भारत, अमरीका, कनाडा, इंगलैंड, साऊथ अफ्रीका सहित विभिन्न देशों के दम्पति शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वरदान ने डाक्टरों को बांझपन के इलाज की विशेष ट्रेनिेंग देने हेतु एक कार्यक्रम शुरू किया है और इसके लिए उत्तर-भारत के कई डाक्टर अपनी रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। वरीश कुमार ने बताया कि वरदान की एक शाखा जल्द ही अमृतसर में शुरू की जा रही है और उसके बाद जम्मू में भी एक शाखा खोली जाएगी। इस अवसर पर डा. नवीन पंचाल, डा. विद्या सिन्हा भी उपस्थित थे।