Edited By ,Updated: 28 Feb, 2015 05:35 PM
केंद्रीय बजट को ‘‘कोरपोरेट हितैषी और गरीब हितैषी’’ करार देते हुए कांग्रेस ने आज इसे लोकसभा चुनाव में भाजपा को दिए समर्थन के बदले राजग सरकार की बड़े कोरपोरेट घरानों को ‘‘धन वापसी ’’बताया।
नई दिल्ली: केंद्रीय बजट को ‘‘कोरपोरेट हितैषी और गरीब हितैषी’’ करार देते हुए कांग्रेस ने आज इसे लोकसभा चुनाव में भाजपा को दिए समर्थन के बदले राजग सरकार की बड़े कोरपोरेट घरानों को ‘‘धन वापसी ’’बताया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बजट पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर कहा, ‘‘ यह कोरपोरेट हितैषी बजट है ।’’ बजट में कोई नयी पहल नहीं होने के लिए इसकी आलोचना करते हुए पार्टी नेताआें ने कहा कि काले धन पर नया कानून लाने की योजना का मतलब है कि सरकार विदेशों में जमा काले धन को वापस नहीं लाएगी जिसके लिए उसने लंबे चौड़े वादे किए थे।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा, ‘‘ वित्त मंत्री अरूण जेटली एक अच्छे वकील हैं। लेकिन आज उन्होंने सरकार का पक्ष एक बेहद खराब वकील की तरह रखा। ’’ उन्होंने आरोप लगाया कि बजट राजग सरकार की बड़े कोरपोरेट घरानों को लोकसभा चुनाव में समर्थन के लिए ‘‘धन वापसी ’’है। पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि बजट एक ‘‘धन वापसी ’’ कार्यक्रम है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा ने चुनाव में लिया था। अब वापस कर रही है ।’’ रमेश ने यह भी कहा , ‘‘ बजट में (सिमी) है स्किल इंडिया , मेक इंडिया।’’
कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने कहा, ‘‘ बजट को लेकर बनाए गए माहौल ने बहुत सी उम्मीदें जगा दी थीं लेकिन नतीजा निराशाजनक रहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ सर्वशिक्षा अभियान के लिए आवंटन में कटौती की गयी। किसानों को कुछ नहीं मिला। सेवा कर बढऩे से गरीबों को नुकसान होगा और अमीर को कम कर देना पड़ेगा।’’