Edited By ,Updated: 01 Mar, 2015 06:09 PM
रूस की राजधानी मॉस्को में सरकार विरोधी रैली के दो दिन पहले विपक्षी दल के नेता बोरिस नेम्तसोव की सरेआम हत्या पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
मास्कोः रूस की राजधानी मॉस्को में सरकार विरोधी रैली के दो दिन पहले विपक्षी दल के नेता बोरिस नेम्तसोव की सरेआम हत्या पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस का कहना है कि नेम्तसोव क्रेमलिन के पास एक पुल को पार कर रहे थे, तभी एक कार में सवार एक अज्ञात बंदूक़धारी ने उनकी कमर पर चार गोलियां दाग़ीं।
राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने इस घटना की निंदा की है। उनके प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया है कि पुतिन खुद इस घटना की जांच की निगरानी करेंगे। दूसरी तरफ़, यूक्रेन के राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको ने कहा कि नेम्तसोव के पास ऐसे सबूत थे, जिससे यह साबित होता था कि यूक्रेन में जारी जंग में रूस का हाथ था। इसी वजह से नेम्तसोव की हत्या कर दी गई।
पोरोशेंको ने कहा ''बोरिस ने यह दावा किया था कि वो यूक्रेन में जारी जंग में रूस की भूमिका को उजागर करेंगे। कोई ऐसा था जो इस बात से बहुत डर गया था। लेकिन बोरिस निडर थे। नेम्सतोव के क़ातिल वे हैं जो उनसे डर गए।
उल्लेखनीय है कि नेम्तसोव ने रविवार को यूक्रेन में जारी युद्ध के ख़िलाफ़ एक रैली निकालने की अपील की थी। उनकी इस घोषणा के कुछ घंटे बाद ही उनकी हत्या कर दी गई।