Edited By ,Updated: 03 Mar, 2015 11:06 PM
गैजेट वर्ल्ड में हर रोज नई से नई तकनीक देखने को मिल रही है और नई तकनीक कब पुरानी हो जाती है इसका भी पता नहीं लगता। तकनीकी जगत की दिग्गज कंपनी एप्पल ने 2013 में iPhone 5S के साथ ...
नई दिल्ली: गैजेट वर्ल्ड में हर रोज नई से नई तकनीक देखने को मिल रही है और नई तकनीक कब पुरानी हो जाती है इसका भी पता नहीं लगता। तकनीकी जगत की दिग्गज कंपनी एप्पल ने 2013 में iPhone 5S के साथ फिंगर प्रिंट सेंसर वाली तकनीक पेश की थी जिसे iPhone 6 और 6 Plus के साथ जारी रखा। परंतु स्मार्टफोंस में फिंगर प्रिंट तकनीक भी कब पुरानी होने वाली है। क्योंकि एक कंपनी आई रीडर लॅाक विकसित कर रही है।
Fujitsu ने कहा है कि आईरिस स्कैनिंग तकनीक एक कदम और आगे बढ़ गई है। आईआर लाइट एमीटर और स्पैशल सेंसर का इस्तेमाल यूजर की आंख को सही रूप में पहचान सकता है और आने वाले समय में यह फोन में पासवर्ड के रूप में काम करेगा।
Hardware :- अब इस तकनीक के हार्डवेयर की बात करें तो वजन में यह सिर्फ 1 ग्राम का है। Fujitsu ने कहा कि आईरिस तकनीक को फोन में इस साल लांच किया जाएगा।
Setup :- इसे सेटअप करना भी साधारण ही होगा। बस आपको फोन पर लॅाक कोड के तहत इसे स्कैन करना होगा और यह तकनीक काम करने लगेगी। आई लॅाक तकनीक को फोन से न्यूनतम दूरी तक इस्तेमाल किया जा सकेगा।
Special Thing :- इस तकनीक की सबसे खास बात यह है कि आई लॅाक तकनीक को सिर्फ आप ही इस्तेमाल कर पाएंगे। क्योंकि यह सिर्फ आपकी आंख से ही काम करेगा।
Advantage :- आई तकनीक को पासवर्ड, मोबाइल पेमेंट के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा जैसा कि फिंगर प्रिंट सेंसर को इस्तेमाल किया जाता है।