whatsapp, Facebook के लिए देने पड़ सकते हैं अलग से चार्ज

Edited By ,Updated: 31 Mar, 2015 10:35 AM

article

आप कोई भी एप्प डाऊनलोड करते थे उसके आपको अलग से पैसे नहीं देने पड़ते थे लेकिन जल्द ही आपको वॉट्सएप्प, फेसबुक, जी-मेल या ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स के लिए अलग से नेट प्लान लेना पड़ सकता है।

नई दिल्लीः आप कोई भी एप्प डाऊनलोड करते थे उसके आपको अलग से पैसे नहीं देने पड़ते थे लेकिन जल्द ही आपको वॉट्सएप्प, फेसबुक, जी-मेल या ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स के लिए अलग से नेट प्लान लेना पड़ सकता है। टैलीकॉम कंपनियों ने नेट न्यूट्रेलिटी का हवाला देते हुए ऐसी ही मांग की है। दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी ट्राई ने कंपनियों से 24 अप्रैल और आम लोगों से 8 मई तक सुझाव मांगे हैं। इसके विरोध में सोशल मीडिया पर 3 दिन में 75 हजार लोग ऑनलाइन हस्ताक्षर कर चुके हैं। आप भी ट्राई को advqos@trai.gov.in ई-मेल पर अपना विरोध दर्ज करा सकते हैं।

लागू हुआ तो एक्सेस चार्ज ही 400 रुपए
न्यूट्रेलिटी ग्रुप के मुताबिक एफबी, गूगल का 30-30 वॉट्सएप्प का 75, फ्लिपकार्ट-अमेजन का 50-50, न्यूज एप्प का 10 रुपए बेसिक चार्ज होगा।

नई व्यवस्था प्री-पेड और पोस्ट पेड दोनों पर लागू होगी। अभी इंटरनैट की तमाम सर्विसेज के लिए एक ही पैक और प्लान मिलता है।
इन 4 वजहों से सरकार को भी आपत्ति

1. सरकारी विभागों और मंत्रालयों के वॉट्सएप्प नंबर लोगों में लोकप्रिय हैं। सरकार भी सोशल मीडिया पर एक्टिव।

2. एक ही पैक में इंटरनैट एक्सेस और डाऊनलोड-अपलोड की सुविधा मिलने से हर सर्विस का इस्तेमाल आसान हो जाता है।

3. एक मुद्दे पर अलग-अलग समूहों के लोग त्वरित संवाद कर सकते हैं। अलग चार्ज यह संवाद खत्म करेगा।

4. जब एक ही नैट पैक में सारी सेवाएं मिल रही हैं तो एक ही सेवा के लिए दो बार अलग से चार्ज का कोई तर्क नहीं।

नेट न्यूट्रेलिटी पर दुनियाभर में जारी है बहस

क्या है न्यूट्रेलिटी
हम जो भी नेट बेस्ड सर्विस या एप्प लें, वो हमें हर सर्विस प्रोवाइडर से एक सी स्पीड और एक ही दाम पर मिले।

देश में ऐसे उठा मुद्दा
हाल में एयरटेल ने फेसबुक-वॉट्सएप्प के लिए अलग-अलग प्लान दिए थे। पर विरोध के बाद वापस लेने पड़े थे।

कंपनियां ये चाहती हैं
जो कमाई कॉलिंग-मैसेजिंग एप्स कर रहे हैं, वो उन्हें मिले। इनके कारण उनकी कमाई कम हुई है।

विरोधी बता रहे हैं यह खतरा
किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बड़ी सेल लगे और एक सर्विस प्रोवाइडर उस पोर्टल से मिलीभगत कर ले। ऐसे में दूसरे सर्विस प्रोवाइडर वाले वहां लॉगइन ही न कर पाएं।

देश में कुल नैट यूजर 30.2 करोड़
83 फीसदी मोबाइल से नैट एक्सेस करते हैं।
32 फीसदी सालाना ग्रोथ रेट
52 फीसदी लोगों ने वॉट्सएप्प से मैसेज भेजे 2014 में
42 फीसदी ने फेसबुक मैसेंजर इस्तेमाल किया
37 फीसदी लोगों ने स्काइप से वीडियो चैटिंग की
07 करोड़ लोग एक्टिव हैं वॉट्सएप्प पर
 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!