Edited By ,Updated: 26 Apr, 2015 02:09 PM
अक्सर आप हैंडबैग, बैल्ट और पहनने के लिए जूतों का इस्तेमाल करते होेगे। इन सामान को बनाने के लिए चमड़े की जरूरत पड़ती है और चमड़ा हमें किसी न किसी जानवर की खाल से ही मिलता है
जकार्ता: अक्सर आप हैंडबैग, बैल्ट और पहनने के लिए जूतों का इस्तेमाल करते होेगे। इन सामान को बनाने के लिए चमड़े की जरूरत पड़ती है और चमड़ा हमें किसी न किसी जानवर की खाल से ही मिलता है लेकिन उनके बनने की पूरी प्रक्रिया कितनी बहुत ही जटिल होती है। शायद यह बात हम नहीं जानते।
ऐसे ही इंडोनेशिया में बहुत सारा सामान सांप की खाल से भी बनाया जाता है जो दुनियाभर में काफी मशहूर है और सबसे बड़ा बाजार है। चलिए आपको बताएं कि कैसे बनाया जाता है इंडोनेशिया के गांव केपटाकन में सांपों की चमड़ी से सामान।
सबसे पहले सांपों को किसी विशेष स्थान पर मारा जाता है। इस दौरान सांपों का खून भी जमीन पर फैल जाता है, इसलिए इस प्रक्रिया को सभी को दिखाने से बचा जाता है। मरे हुए सांपों को पहले भट्टी में जलाया जाता है, फिर उन्हें बाहर निकालकर उनकी चमड़ी अलग की जाती है और उन्हें पैरों से मसला जाता है।
सांपों की खाल से बढ़िया से बढ़िया प्रोडक्ट बन सके, इसके लिए मरे हुए सांपों को खास तरह से रोल कर आंच पर सेंका जाता है। तापमान एक खास स्तर पर रखा है, जिससे उनकी चमड़ी कड़ी हो सके और उस पर डिजाइन की जा सके। इसके बाद कड़ी हो चुकी चमड़ी को कैटेगरी के हिसाब से अलग कर दिया जाता है।
इसके बाद कारीगर अपने मन मुताबिक डिजाइन देते हुए और चमकीले ग्लासेस का उपयोग (जरूरत होने पर ही) करते हुए सामान बना देते है। इसके बाद बैग्स और बेल्ट को पैक कर मार्केट में पहुंचा दिया जता है। इस तरह यहां रहने वाले लोगों के लिए ये एक अच्छा बिजनेस है जो दुनियाभर में काफी प्रसिद्ध है।