Edited By ,Updated: 29 Jun, 2015 12:46 PM
जिसे बचाए खुदा उसे मारे कौन? यह कहावत आज उस समय सच साबित हुई जब 9 वर्षीय हैंडीकैप बच्चे को डेहलों पुलिस ने लोगों के सहयोग से ...
लुधियाना (ऋषि): जिसे बचाए खुदा उसे मारे कौन? यह कहावत आज उस समय सच साबित हुई जब 9 वर्षीय हैंडीकैप बच्चे को डेहलों पुलिस ने लोगों के सहयोग से न सिर्फ डूबने से बचाया बल्कि बचाने के बाद देर रात मासूम को परिजनों के हवाले कर दिया। सिंधवा नहर में कोई भी डूबा है तो उसका शव ही आज तक पुलिस को बरामद हुआ है। यह पहला मामला था जब डूबने के बाद एक हैंडीकैप बच्चा बच गया।
जानकारी देते हुए थाना प्रभारी इंद्रजीत सिंह ने बताया कि मासूम की पहचान दुगरी के रहने वाले अंकुश के रूप में हुई है जो अपने परिवार के साथ माथा टेकने के लिए धार्मिक स्थल पर गया था। माथा टेकने से पहले मासूम धार्मिक स्थल के पीछे बहती नहर में पैर धोने के लिए चला गया, जहां पर अचानक पैर फिसलने से वह नहर में गिर गया।
पारिवारिक सदस्यों की तरफ से शोर मचाने पर जानकारी मिलने से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कैड पुल के पास से गोताखोरों ने बच्चे को बाहर निकाल लिया। बड़ी हैरानी की बात है कि तैरना न आने के बाद भी मासूम काफी समय तक नहर में पानी के ऊपर ही बहता रहा। मासूम को बाद में सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया जिसके बाद देर शाम परिजनों के आने के बाद उनके हवाले कर दिया गया।