Edited By ,Updated: 02 Aug, 2015 06:49 PM
याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद किए गए अपने ट्वीट को लेकर आलोचना से घिरे पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि ...
तिरूवनंतपुरम : याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद किए गए अपने ट्वीट को लेकर आलोचना से घिरे पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने आतंकवादियों के लिए भी मृत्युदंड का विरोध करते हुए आज कहा कि शासन को हत्यारों की तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए। उनका कहना है कि अपराध न्याय प्रणाली मंे त्रुटियांंे और पक्षपात की काफी गुजाइंश होती है।
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘आतंकवादियों को बिना पैरोल के पूरी जिंदगी के लिए सलाखों के पीछे डाल दिया जाना चाहिए। प्रारंभिक दिनों में एेसी मान्यता थी कि यदि कोई व्यक्ति किसी की हत्या करता है तो उसे भी मार दिया जाना चाहिए। हमें क्यों इस पुरानी अप्रचलित प्रथा का पालन करने की जरूरत है।’
यहां एक कार्यक्रम के मौके पर उन्होंने कहा, ‘‘जब हम मृत्युदंड को तामील करते हैं तो हम वाकई उन्हीं की तरह बर्ताव करते हैं। वे हत्यारे हैं और राज्य (शासन) को उनकी तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए। ’’ मुम्बई के 1993 के बम विस्फोट के मुजरिम याकूब मेमन को फांसी देने के संबंध में उनके द्वारा किए गए ट्वीट पर उठे विवाद पर उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मेमन मामले पर एक शब्द तक नहीं कहा।
दरअसल मैंने जो ट्वीट किया था, उसमें मैं व्यक्तिगत मामले के गुण-दोष में नहीं जा रहा था और यह उच्चतम न्यायालय की जिम्मेदारी थी। मैंने मृत्युदंड के विरुद्ध ट्वीट किया था जो एक पुरानी और अप्रचलित प्रथा है। ’’ संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भी कहा था कि, ‘‘हमें किसी की जिंदगी लेने का हक नहीं है।’’