Edited By ,Updated: 03 Aug, 2015 09:32 AM
जी.एस.टी. विधेयक को रोकने के मामले में कांग्रेस पर ‘विघ्नकारी रवैया’ अपनाने का आरोप लगाते हुए वित्त मंत्री अरुण जेतली ने कहा
नई दिल्ली: जी.एस.टी. विधेयक को रोकने के मामले में कांग्रेस पर ‘विघ्नकारी रवैया’ अपनाने का आरोप लगाते हुए वित्त मंत्री अरुण जेतली ने कहा कि इस विधेयक पर असहमति के जो बिंदु उठाए जा रहे हैं उनको संप्रग सरकार में वित्त मंत्री रहे- पी. चिदंबरम और प्रणब मुखर्जी, दोनों में से एक का भी समर्थन नहीं है।
जेतली ने कहा कि कांग्रेस ‘राजनीतिक कारणों’ से सरकार से परेशान हो सकती है लेकिन उसे गहराई से यह आत्मविश्लेषण करना चाहिए कि उसकी नकारात्मक सोच एवं ‘विघ्नकारी रवैये’ से देश और देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा। कांग्रेस द्वारा असहमति के संबंध में सामने रखे गए आठ मामलों को बिंदुवार खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार द्वारा स्वीकारे गए जी.एस.टी. विधेयक में ‘कोई महत्वपूर्ण बदलाव’ नहीं किया है और इसका कांग्रेस शासित प्रदेशों द्वारा भी समर्थन किया गया है। उन्होंने माना कि 18 प्रतिशत जी.एस.टी. दर को लेकर कांग्रेस की मांग में दम हो सकता है।
जेतली ने कहा कि इस पर जी.एस.टी. परिषद द्वारा निर्णय किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक में एक ही बड़ा संशोधन किया गया है और वह "विनिर्माणकर्ता व उपभोक्ता राज्यों के बीच सहमति बनाने के लिए है।"