Edited By ,Updated: 13 Feb, 2016 10:52 AM
पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल राष्ट्रद्रोह के मामले में सूरत जेल में बंद है। उन्होंने पिता को लिखी चिट्ठी में दावा किया है कि गुजरात सरकार ने उन्हें आंदोलन वापस लेने के लिए...
नई दिल्ली: पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल राष्ट्रद्रोह के मामले में सूरत जेल में बंद है। उन्होंने पिता को लिखी चिट्ठी में दावा किया है कि गुजरात सरकार ने उन्हें आंदोलन वापस लेने के लिए 1200 करोड़ रूपए और भाजपा की राष्ट्रीय युवा इकाई का अध्यक्ष पद देने की पेशकश की थी। हालांकि, इस पत्र पर सूरत की लाजपोर जेल के अधिकारियों की कोई आधिकारिक मुहर नहीं है।
पटेल ने अपने खत में लिखा है कि पिछले कई दिनों से सरकार के कुछ अफसर मुझसे अहमदाबाद और सूरत की जेल में मुलाकात कर चुके हैं। इनमें से एक तो आईएएस अफसर है। इन्होंने मुझसे कहा कि वे ही गुजरात की सरकार चला रहे हैं। खास बात यह है कि मुझसे मिलने वाले अफसरों में एक वही अफसर हैं जिन्होंने आंदोलन के वक्त पाटीदारों पर लाठीचार्ज का आदेश दिया था।
हार्दिक लिखते हैं 'जेल से बाहर नहीं आ पाने का मुझे कोई मलाल नहीं है। मैं अपने समाज से गद्दारी नहीं करूंगा। इन अफसरों ने मुझसे यह भी कहा कि अगर आंदोलन बंद नहीं हुआ तो इससे जुड़े कोई भी नेता रिहा नहीं हो सकेंगे। हार्दिक ने चिट्ठी में लिखा, मैं आंदोलन के अन्य नेताओं से कहना चाहता हूं कि आंदोलन जारी रखें। मैं अपनी मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रखूंगा। अगर मुझे घर से भी निकाल दिया जाएगा, तब भी मैं हार नहीं मानूंगा।'