Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Oct, 2017 06:11 PM
एक तरफ देश में अर्थव्यवस्था के धीमेपन को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है तो दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की अर्थव्यवस्था को बेहद मजबूत रास्ते पर बताया है। IMF की चेयरपर्सन क्रिस्टीन लेगार्ड ने बयान दिया है कि...
वाशिंगटनः वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि अमरीका आने वाले भारतीय आईटी पेशेवर अवैध आर्थिक आव्रजक नहीं है और अमरीका सरकार को अपनी वीजा नीति पर निर्णय लेते समय इस पर उपयुक्त रूप से विचार करना चाहिए। एच-1बी वीजा गैर-आव्रजक वीजा है जो अमरीका कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को नियुक्ति की अनुमति देता है। भारतीय आई.टी. पेशेवरों में इसकी अच्छी मांग है। उन्होंने कहा, ‘भारत से एच-1बी वीजा पर जो आ रहे हैं, वे उच्च दर्जे के पेशेवर हैं। अमरीका अर्थव्यवस्था में काफी योगदान दिया। वे अवैध आर्थिक आव्रजक नहीं है जिसको लेकर अमेरिका में ङ्क्षचता है।
वे यहां वैध तरीके से आते हैं।’’ अमरीका वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन और वाणिज्य मंत्र विलबर रोस के साथ बैठकों में इस मुद्दे को उठाया। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष और विश्वबैंक की सालाना बैठक में भाग लेने के लिये यहां आये वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय आई.टी. पेशेवर अलग व्यवहार के हकदार हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘हमने अमेरिका को अपनी चिंता से अवगत कराया।’’ जेटली ने कहा, ‘‘वे काफी उच्च कोटि के पेशेवर हैं। उन्होंने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में काफी योगदान दिया है। वे अमेरिकी अर्थव्यवस्था का मूल्य वद्र्धन कर रहे हैं। इसीलिए जब अमरीका अपनी वीजा नीति का निर्णय करता है, वह इन लोगों को ध्यान में रखकर फैसला करे।