Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Aug, 2017 06:55 PM
देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पाने वाले पहले पैरा एथलीट देवेंद्र झझारिया ने आज कहा कि पैरा...
नई दिल्लीः देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पाने वाले पहले पैरा एथलीट देवेंद्र झझारिया ने आज कहा कि पैरा खेलों के लिये यह ऐतिहासिक दिन है और उम्मीद है कि इससे देश में इन खेलों का स्तर और बेहतर होगा। झझारिया के अलावा पैरा एथलीट वरूण सिंह भाटी और एम थंगावेलू को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में सबसे ज्यादा तालियां पैरा एथलीटों के लिये बजी ।
दो पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भालाफेंक खिलाड़ी झझारिया ने पुरस्कार लेने के बाद कहा कि यह पैरा खेलों के लिये ऐतिहासिक दिन है। मैं अपना पुरस्कार देश के पांच करोड़ दिव्यांग खिलाडिय़ों, अपनी मां और बेटी को सर्मिपत करता हूं। उम्मीद है कि इससे पैरा खिलाडिय़ों को आगे अच्छा प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी । उन्होंने राज्य सरकारों से इन खेलों को बढावा देने के लिये आगे आने की अपील करते हुए कहा कि भारतीय खेल प्राधिकरण के अलावा उन्हें भी अपना योगदान देना चाहिये।
उन्होंने कहा कि साइ केंद्र हर जगह नहीं है लिहाजा राज्य सरकारों को भी पैरा खेलों के लिये पहल करनी चाहिए। पैरा एथलीटों के लिये विशिष्ट खेल अकादमियों और सुविधाओं का देश में अभाव है जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। अब समय आ गया है कि इन खेलों को संजीदगी से लिया जाये। पैरा खेलों के लिए विशिष्ट अकादमियां बनाई जाये और उनकी बागडोर पूर्व पैरा खिलाडिय़ों को दी जानी चाहिये ।