Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 02:14 PM
मशहूर ओलंपियन मुक्केबाका अखिल कुमार ने शुक्रवार को कहा कि यदि द्रोणाचार्य पुरस्कारों को लेकर विवाद...
नई दिल्लीः मशहूर ओलंपियन मुक्केबाका अखिल कुमार ने शुक्रवार को कहा कि यदि द्रोणाचार्य पुरस्कारों को लेकर विवाद उत्पन्न होते रहते हैं तो बेहतर होगा कि इन्हें बंद ही कर दिया जाए। प्रो मुक्केबाजी में सफल पदार्पण कर चुके अखिल ने कहा कि हर साल द्रोणाचार्य पुरस्कारों को लेकर विवाद उठते हैं ऐसे में तो द्रोणाचार्य अवार्ड को बंद ही कर देना चाहिए।
मैंने अपने करियर में कई कोचों से ट्रेनिंग ली है लेकिन द्रोणाचार्य अवार्ड के लिये मैं एक कोच का नाम ही प्रेषित करूंगा। आजकल यह परंपरा बन गई है कि एक ही कोच का नाम कई खिलाड़ी भेज देते हैं जो सही नहीं है। अखिल ने कहा कि अब देश में अर्जुनों द्वारा द्रोणाचार्य बनाये जा रहे हैं जो एक गलत परंपरा है और गुरू शिष्य भावना के खिलाफ है। अब हो रहा है कि एक का नाम जाता है तो दूसरे खिलाड़ी भी उसी कोच का नाम भेजते रहते हैं। यह व्यवस्था सही नहीं है।
इस अवसर पर मौजूद ओलंपिक स्वर्ण विजेता निशानेबाका अभिनव बिंद्रा ने कहा कि मेरे एक नहीं कई कोच रहे हैं। मैं किसी एक कोच का नाम नहीं लेना चाहूंगा क्योंकि अलग अलग समय पर कई कोचों ने मुझे ट्रेनिंग दी है। मेरे 10-15 या उससे अधिक कोच रहे हैं। देश में निशानेबाजी प्रतिभाओं के बारे में पूछने पर बिंद्रा ने कहा कि हमारे पास इस समय कई अच्छे निशानेबाका मौजूद हैं जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें इस लय को अगले ओलंपिक और उससे पहले क्वालिफिकेशन टूर्नामेंटों में बरकरार रखना होगा। हम रियो में निशानेबाकाी में पदक नहीं जीत पाए लेकिन उससे पहले तीन ओलंपिक में निशानेबाकाी में पदक आये थे। हमारे पास काफी गहराई है और हम अगले ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।