Edited By ,Updated: 21 Feb, 2017 03:37 PM
इंगलैंड के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज केविन पीटरसन ने हमवतन तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दसवें संस्करण की नीलामी में मिले 12 करोड़ रुपए पर तंज कसते...
लंदन: इंगलैंड के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज केविन पीटरसन ने हमवतन तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दसवें संस्करण की नीलामी में मिले 12 करोड़ रुपए पर तंज कसते हुए कहा है कि यह टैस्ट क्रिकेट के चेहरे पर एक थप्पड़ की तरह है।
नीलामी में गत वर्ष की उपविजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने मिल्स को 12 करोड़ रुपए में और राइजिंग पुणे सुपरजाएंटस ने इंगलैंड के ही ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को 14.5 करोड़ रूपए में खरीदा है। पीटरसन ने कहा कि टैस्ट क्रिकेट के चेहरे पर कल एक और थप्पड़ लगा जब एक ट्वंटी-20 विशेषज्ञ इंगलैंड टीम का सबसे अमीर खिलाड़ी बन गया। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि उनका बयान किसी के खिलाफ नहीं था बल्कि वह यह कहना चाहते थे कि टैस्ट क्रिकेट का दर्जा दिन ब दिन नीचे गिरता जा रहा है।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि इन सबके लिए मैं उनको दोष नहीं ठहरा रहा हूं। मैं यह देख रहा हूं कि ट्वंटी-20 क्रिकेट कितना तेजी से ऊपर उठ रहा है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि पैसों के आगे टैस्ट क्रिकेट काफी पीछे होता जा रहा है। आईसीसी को इसपर जल्द से जल्द से ध्यान देने की जरुरत है। हालांकि दिलचस्प है कि पीटरसन खुद भी काफी समय से आईपीएल का हिस्सा हैं।
पीटरसन ने मिल्स का बचाव करते हुए कहा कि वह ट्वंटी-20 के शानदार खिलाड़ी है और उन्हें चार साल पहले ही इंगलैंड की टीम के लिए खेलना चाहिए था। मिल्स को 4 साल पहले इंग्लैंड टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नेट अभ्यास के लिए इसलिए बुलाया था, ताकि वो मिशेल जॉनसन की तेजी का सामना करने के अव्यस्त हो सकें। 36 वर्षीय पीटरसन ने कहा कि इसमें कोई दोराय नहीं है कि मिल्स ट्वंटी-20 में एक शानदार गेंदबाज हैं। वह इसके हकदार है। उन्हें चार साल पहले ही इंगलैंड टीम के लिए खेलना चाहिए था।