Edited By ,Updated: 28 Aug, 2016 02:17 PM
लोकेश राहुल का नाबाद शतक भी भारत को हार से नहीं बचा सका और इस भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि उनकी टीम ने अंतिम गेंद ..
अमरीका: लोकेश राहुल का नाबाद शतक भी भारत को हार से नहीं बचा सका और इस भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि उनकी टीम ने अंतिम गेंद तक जुझारूपन जारी रखा था जो लक्ष्य हासिल करने का विश्व रिकार्ड भी बन सकता था। राहुल ने कहा कि एक रन की हार से यही सबसे बड़ी सकारात्मक चीज यही रही कि खिलाडिय़ों ने अंत तक हार नहीं मानी। राहुल ने 46 गेंद में अपना पहला ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा था और 110 रन बनाकर नाबाद रहे थे जिसमें 12 चौके और 5 छक्के शामिल थे।
भारतीय टीम कल 246 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच में महज एक रन से हार गई थी। इसके बाद राहुल ने कहा कि हारना काफी निराशाजनक रहा लेकिन यह देखना अच्छा रहा कि हमने बीच में ही हार नहीं मानी। उन्होंने कहा कि वैस्टइंडीज ने हमें बड़ा लक्ष्य दिया था। हमने ड्रेसिंग रूम में बात की कि हम अंत तक जीतने की कोशिश करेंगे और जिस तरह से सभी ने प्रदर्शन किया, वह देखना अच्छा था।
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (43) के साथ अपनी साझेदारी और अंतिम आेवर में महज 8 रन से दूर होने के बावजूद भारत को जीत नहीं दिला पाने के बारे में बात करते हुए राहुल ने कहा कि यह निराशाजनक था। उन्होंने कहा कि जैसे ही वह क्रीज पर उतरे, मैं जानता था कि वह मुझे काफी दौड़ाएंगे। जब तक वह आए थे तो मैं पहले ही काफी थक चुका था। लेकिन वह मुझे प्रेरित करते रहे और जैसा कि मैंने कहा कि हमने क्रीज पर चीजें सरल रखीं। हमें प्रति आेवर 13 रन की जरूरत थी। उन्होंने कहा किउन्होंने कहा कि अगर हम 16वें आेवर तक 11-12 रन भी हासिल कर लेंगे तो ठीक रहेगा क्योंकि हम अंत के 2-3आेवरों में ज्यादा रन बना सकते हैं। यही योजना थी और हम अच्छी तरह खेलते रहे। लेकिन दुर्भाग्यशाली रहे।