Edited By ,Updated: 23 Nov, 2023 05:36 AM
लिव इन रिलेशनशिप या ‘सहमति संबंध’ एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें 2 स्त्री और पुरुष बिना विवाह किए पति-पत्नी की भांति रहते और आपस में शारीरिक संबंध भी बनाते हैं। कई जोड़े तो बच्चे भी पैदा कर लेते हैं। आपसी सहमति से कायम ये संबंध पश्चिमी देशों में आम बात...
लिव इन रिलेशनशिप या ‘सहमति संबंध’ एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें 2 स्त्री और पुरुष बिना विवाह किए पति-पत्नी की भांति रहते और आपस में शारीरिक संबंध भी बनाते हैं। कई जोड़े तो बच्चे भी पैदा कर लेते हैं। आपसी सहमति से कायम ये संबंध पश्चिमी देशों में आम बात है और उनकी देखादेखी भारत जैसे देशों में भी यह जीवन शैली पैर पसारने लगी है। विशेषकर मैट्रोपोलिटन शहरों में घरों से दूर रहने वाले युवा कामकाजी जोड़ों में यह रुझान देखने को मिल रहा है। इस व्यवस्था में दोनों ही कमाते व अपनी-अपनी आय का स्वतंत्र रूप से इस्तेमाल करते हैं। कुछ जोड़े कई वर्ष इकट्ठे रहने के बाद विवाह भी कर लेते हैं जबकि अनेक जोड़े अलग भी हो जाते हैं।
भारत में 1978 में सुप्रीमकोर्ट ने पहली बार लिव इन रिलेशनशिप को मान्यता दे दी थी और यह माना गया था कि शादी करने वालों की उम्र के लोगों के बीच लिव इन रिलेशनशिप में किसी भारतीय कानून का उल्लंघन नहीं है। इसके साथ ही सुप्रीमकोर्ट ने यह भी कहा था कि यदि कोई जोड़ी लम्बे समय से साथ रह रही है तो उस रिश्ते को शादी ही माना जाएगा। ‘लिव इन’ में तलाक जैसे झंझट की नौबत तो नहीं आती, परंतु इनमें किसी एक साथी द्वारा धोखा दे देने के कारण दूसरे साथी की जिंदगी नरक जरूर बन जाती है। पिछले कुछ समय के दौरान ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें से चंद ताजा उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
* 16 जून को मुम्बई में मनोज साने नामक व्यक्ति को अपनी लिव इन पार्टनर सरस्वती वैद्य की हत्या करके उसकी लाश के टुकड़े-टुकड़े कर देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने उनके फ्लैट से 3 बाल्टियों में रखे हुए मृतका के शरीर के टुकड़े बरामद किए। आरोपी ने लाश के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद उन्हें मिक्सर में डाल कर पीसने और प्रैशर कुकर में उबाल कर ठिकाने लगाने और कमरे में फैली दुर्गंध रूम फ्रैशनर छिड़क कर दबाने की कोशिश की।
* 16 अगस्त को नई दिल्ली में 24 वर्षीय पूजा कुमारी को अपने लिव इन पार्टनर जितेंद्र के बेटे दिव्यांश की हत्या करके उसकी लाश ‘बैडबाक्स’ में छिपा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पूजा को शक था कि दिव्यांश अपने पिता को उसकी मां से तलाक नहीं लेने दे रहा। इसीलिए दोनों में झगड़ा होता रहता था। पूजा ने दिव्यांश की हत्या के बाद जितेंद्र से कहा, ‘‘मैंने तुमसे तुम्हारी सबसे अनमोल वस्तु छीन ली है।’’
* 28 अगस्त को दक्षिण बेंगलूरू (कर्नाटक) के ‘बेगूर’ में रहने वाले वैष्णव नामक युवक ने अपनी लिव इन पार्टनर ‘देवा’ के सिर पर प्रैशर कुकर मार कर उस समय उसकी हत्या कर दी जब वह रसोईघर में खाना बना रही थी। वैष्णव को उस पर संदेह हो गया था जिस कारण वे अक्सर लड़ते-झगड़ते रहते थे।
* 20 सितम्बर को नैगांव (महाराष्टï्र) में 43 वर्षीय कास्ट्यूम डिजाइनर मनोहर शुक्ला को फिल्मों में मेकअप आॢटस्ट का काम करने वाली अपनी 28 वर्षीय लिव इन पार्टनर ‘नैना माहट’ की हत्या करने के बाद उसकी लाश एक सूटकेस में रख कर ठिकाने लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
* 16 अक्तूबर की रात को ‘सरछिप’ (मिजोरम) में 57 वर्षीय अध्यापक ‘सी. ललियाना’ का किसी बात पर अपने से 24 वर्ष छोटी लिव इन पार्टनर ‘सई ङ्क्षदगलियानी’ से झगड़ा हो गया, जिस पर उसने उसकी हत्या कर दी। वह अपनी पत्नी और 2 बच्चों को त्याग कर इसके साथ रह रहा था।
* 19 नवम्बर को कुर्ला (मुम्बई) में ‘अस्कर मनोज बरला’ को अपनी लिव इन पार्टनर ‘प्रतिमा पवल किसपट्टा’ के साथ विवाद के कारण उसकी हत्या करके लाश एक सूटकेस में बंद करके फैंक देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। मनोज को प्रतिमा के चरित्र पर शक हो गया था और उसे लगता था कि जहां वह नौकरी करती थी, वहीं उसका नया प्रेमी भी काम करता था।
कोई इस तरह के संबंधों को अनैतिक बताता है तो कोई गैर कानूनी। हालांकि लिव इन रिलेशनशिप के समर्थकों का कहना है कि इस तरह के संबंधों से बड़े शहरों में रहने वाली युवतियों को शारीरिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए साथी और किसी सीमा तक संरक्षण भी मिल जाता है, परंतु उक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि इसमें खतरे भी कम नहीं हैं।—विजय कुमार