Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 16 May, 2025 01:25 PM

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात के भुज एयरबेस से बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सरकार आतंकी संगठनों को वित्तीय मदद पहुंचा रही है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को पाकिस्तान को दिए जा रहे कर्ज पर पुनर्विचार करना चाहिए।
नेशलन डेस्क: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा और गंभीर दावा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान फिर से आतंकवाद के रास्ते पर लौटने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सरकार लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के ढांचे को दोबारा खड़ा करने में जुट गई है और इसके लिए वह सार्वजनिक धन का इस्तेमाल कर रही है। इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से पाकिस्तान को दिए गए एक अरब डॉलर की सहायता पर पुनर्विचार करने की मांग की है। राजनाथ सिंह शुक्रवार को गुजरात के भुज एयरबेस पहुंचे थे जहां उन्होंने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय वायुसेना के जवानों की सराहना की। इसी दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त कार्रवाई के बाद भी सबक नहीं सीखा है और अब वह अपने आतंक के जाल को दोबारा बुनने की कोशिश कर रहा है।
IMF से एक अरब डॉलर की किश्त पर उठाए सवाल
रक्षा मंत्री ने कहा कि IMF ने पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर की सहायता राशि दी है, जिसका एक बड़ा हिस्सा आतंकी गतिविधियों को दोबारा शुरू करने में खर्च हो सकता है। उन्होंने पूछा, "क्या यह IMF द्वारा आतंकवाद के अप्रत्यक्ष वित्तपोषण जैसा नहीं है?" उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत ने इस सहायता पर पहले ही आपत्ति जताई थी, लेकिन इसके बावजूद 9 मई को जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर था, IMF ने पाकिस्तान को यह रकम दे दी।
मुरीदके और बहावलपुर में फिर से जाल बिछा रहा है पाकिस्तान
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने मुरीदके और बहावलपुर में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के लिए फिर से ढांचा खड़ा करने के लिए फंड देने की घोषणा की है। ये वही संगठन हैं जो भारत में कई बड़े आतंकी हमलों में शामिल रहे हैं, जिनमें 26/11 का मुंबई हमला भी शामिल है। रक्षा मंत्री ने सबसे चौंकाने वाली बात यह कही कि पाकिस्तान की सरकार संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी मसूद अजहर पर करीब 140 मिलियन पाकिस्तानी रुपये यानी लगभग 14 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बना रही है। यह रकम वहां के आम नागरिकों से वसूले गए टैक्स से जुटाई जाएगी। रक्षा मंत्री ने सवाल उठाया कि क्या यह आतंक के लिए आर्थिक मदद नहीं है?
IMF को देनी चाहिए जवाबदेही
राजनाथ सिंह ने IMF से मांग की कि वह पाकिस्तान की आर्थिक मदद को लेकर जवाबदेही तय करे। उन्होंने कहा कि अगर कोई देश आतंकवाद को बढ़ावा देने में आर्थिक मदद कर रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए, चाहे वह सीधी मदद हो या फिर कर्ज के रूप में।