Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 16 May, 2025 02:44 PM

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में एक बार फिर कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम स्थापित करने में मदद की है। कतर के एक सैन्य ठिकाने पर अमेरिकी सैनिकों से बातचीत करते हुए ट्रम्प ने बताया कि भारत-पाकिस्तान के...
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में एक बार फिर कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम स्थापित करने में मदद की है। कतर के एक सैन्य ठिकाने पर अमेरिकी सैनिकों से बातचीत करते हुए ट्रम्प ने बताया कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अधिक बढ़ रहा था लेकिन उन्होंने बीच में आकर इसे शांत किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने दोनों देशों को “युद्ध के बजाय व्यापार करने” की सलाह दी, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ। भारत ने ट्रम्प के इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। भारत सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि युद्ध विराम अमेरिका की मध्यस्थता से नहीं हुआ और भारत किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर भारत की नीति हमेशा से स्पष्ट रही है कि किसी भी तरह की तीसरे पक्ष की भागीदारी नहीं होगी। ट्रम्प ने कहा है कि उन्होंने कश्मीर विवाद को सुलझाने के लिए कम से कम दो बार मध्यस्थता की पेशकश की, लेकिन भारत ने इसे स्वीकार नहीं किया। भारत ने कई वर्षों से स्पष्ट कर दिया है कि कश्मीर पर बातचीत केवल आतंकवाद खत्म करने और अवैध कब्जे वाले इलाकों की वापसी तक सीमित रहेगी।
युद्ध विराम में अमेरिका का कोई हाथ नहीं
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुआ युद्ध विराम अमेरिका के हस्तक्षेप के कारण नहीं था। दिल्ली और वाशिंगटन दोनों के बीच व्यापारिक संबंधों को लेकर चर्चा जारी है, लेकिन उनका युद्ध विराम से कोई संबंध नहीं है। सूत्रों ने बताया कि भारत-अमेरिका के बीच व्यापार बढ़ाने की बातचीत तो है लेकिन वह अभी शुरुआती दौर में है और इसका युद्ध विराम से कोई लेना देना नहीं है।
परमाणु खतरे पर ट्रम्प की टिप्पणियाँ
ट्रम्प ने अपने भाषण में परमाणु युद्ध के खतरे का भी जिक्र किया और कहा कि उन्होंने एक बड़े परमाणु संघर्ष को रोका है। लेकिन भारत ने इस दावे को भी खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कोई परमाणु खतरा नहीं था और कोई परमाणु वृद्धि भी नहीं हुई। भारत का कहना है कि इस क्षेत्र की स्थिरता के लिए बातचीत और कदम दोनों देशों को मिलकर ही लेने होंगे।
ट्रम्प का ‘शांति निर्माता’ बनने का प्रयास
डोनाल्ड ट्रम्प लगातार यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे भारत-पाक शत्रुता को खत्म करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए व्यापार को बढ़ावा देने की सलाह दी। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ने भी कहा है कि ट्रम्प को परमाणु युद्ध को टालने का पूरा श्रेय नहीं मिला है।