Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Apr, 2018 07:22 PM
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने जस्टिस लोया की मृत्यु के मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जस्टिस लोया की मृत्यु के कारणों की स्वतंत्र जांच करवाने की मांग करने वाली द्वेषपूर्ण याचिकाएं खारिज...
पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने जस्टिस लोया की मृत्यु के मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जस्टिस लोया की मृत्यु के कारणों की स्वतंत्र जांच करवाने की मांग करने वाली द्वेषपूर्ण याचिकाएं खारिज कर सुप्रीम कोर्ट ने देश की न्यायपालिका और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बदनाम करने की कोशिश को करारा झटका दिया है।
सुशील मोदी का कहना है कि संयोग से यह फैसला उस दिन आया है, जिस दिन चारा घोटाले में लालू प्रसाद को सजा देने पर जातिवादी टिप्पणी करने वाले एक राजद नेता के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि न्यायपालिका पर कीचड़ उछाल कर जनता का भरोसा नहीं जीता जा सकता है।
उपमुख्यमंत्री का कहना है कि जस्टिस लोया के आखिरी समय में उनके साथ रहे हाईकोर्ट के चार न्यायाधीशों ने कहा था कि मृत्यु स्वाभाविक थी। सुप्रीम कोर्ट ने जजों के इस बयान को संदेह से परे माना लेकिन राहुल गांधी गत 9 फरवरी को 100 सांसदों को लेकर इस मामले की स्वतंत्र जांच की मांग करने राष्ट्रपति को ज्ञापन देने पहुंच गए थे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राहुल गांधी को जनता से माफी मांगनी चाहिए।