आम आदमी पार्टी ने एक साल में तोड़ दी भ्रष्टाचार की कमर

Edited By ,Updated: 28 May, 2023 04:55 AM

aam aadmi party broke the back of corruption in one year

भ्रष्टाचार की लानत हमारे समाज की सबसे बड़ी दुश्मन है। भ्रष्ट शासन में कभी भी लोगों की भलाई नहीं हो सकती। लोकतंत्र में लोगों की, लोगों द्वारा और लोगों के लिए सरकार बनती है, परंतु भ्रष्ट तंत्र में कभी भी लोगों की बात नहीं की जाती, बल्कि सियासतदानों...

भ्रष्टाचार की लानत हमारे समाज की सबसे बड़ी दुश्मन है। भ्रष्ट शासन में कभी भी लोगों की भलाई नहीं हो सकती। लोकतंत्र में लोगों की, लोगों द्वारा और लोगों के लिए सरकार बनती है, परंतु भ्रष्ट तंत्र में कभी भी लोगों की बात नहीं की जाती, बल्कि सियासतदानों द्वारा परिवारवाद, निजी हितों और लाल फीताशाही को तरजीह दी जाती है। 

गुरुओं-पीरों, देवी-देवताओं व शहीदों की पवित्र धरती पंजाब जैसा राज्य भी भ्रष्टाचार की काली परछाईं से नहीं बच सका। यह बदकिस्मती की बात है कि देश की आजादी के लिए मर-मिटने वाले शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव, शहीद करतार सिंह सराभा, शहीद ऊधम सिंह व अन्य शहीदों के सपने साकार करने की बजाय, समय-समय की सरकारों ने सरेआम भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया और अपने परिवारों के सपने पूरे किए। 

समय के शासकों ने शासन में कभी भी आम लोगों को मौका नहीं दिया, बल्कि अपने पुत्र-पुत्रियों, बहू, जमाई व अन्य रिश्तेदारों को सत्ता में हिस्सेदार बनाया। पंजाब के आम लोगों के लिए सत्ता तो दूर की बात, उन्हें रोजमर्रा के कार्यों के लिए भी सरकारी दफ्तरों में परेशान होना पड़ता था। सरकारी दफ्तरों में लाल फीताशाही अपनी जड़ें जमा चुकी थी। इन लोगों ने भ्रष्टाचार में लिप्त होकर पंजाब के लोगों से पाप कमाया, जिस कारण ये लोग किसी भी सूरत में माफी के हकदार नहीं। यह और भी दुख की बात है कि ‘उतर काटो मैं चढ़ां’ वाली कहावत की तरह कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल व भारतीय जनता पार्टी बारी-बारी सत्ता पर काबिज होते रहे, परंतु भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सभी एकमत थे कि किसी भी भ्रष्टाचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। पंजाब के लोग इस भ्रष्ट निजाम से बुरी तरह से परेशान हो चुके थे। 

भ्रष्टाचार विरोधी लहर से जन्मी आम आदमी पार्टी (आप) ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाने का वायदा किया था। ‘आप’ को 92 सीटों से शानदार विजय दिलवाकर प्रदेश की सेवा करने का मौका दिया। 

अब पंजाब में आम लोगों की सरकार है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में शपथ ग्रहण समारोह करवा कर अपने नेक इरादे स्पष्ट कर दिए थे। मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध जंग छेडऩे की शुरूआत 23 मार्च, 2022 को महान शहीदों की धरती हुसैनीवाला से एंटी-करप्शन एक्शन लाइन शुरू करने की घोषणा के साथ की थी। उन्होंने पंजाबियों को स्पष्ट रूप से संदेश दिया कि ‘यदि कोई सरकारी कर्मचारी आपसे रिश्वत मांगता है तो मना न करें, इसकी बजाय बातचीत को रिकार्ड किया जाए और ऑडियो-वीडियो व्हॉट्सएप नंबर 9501200200 पर भेजा जाए। मैं निजी तौर पर इस नंबर की निगरानी कर रहा हूं।’ 

आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के पहले दिन से ही भ्रष्टाचारियों के साथ कोई लिहाज न रखने की नीति अपनाई गई। यह बहुत गर्व की बात है कि एक साल पहले शुरू की गई भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन के मनचाहे नतीजे सामने आए हैं। अब तक 300 भ्रष्टाचारी गिरफ्तार हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने इस महान कार्य के लिए पंजाबियों को दिल से सहयोग करने की अपील की है क्योंकि जनता के समर्थन के साथ ही हर मैदान फतेह किया जा सकता है। 

आम आदमी पार्टी की सरकार ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए पक्षपात रहित नीति अपनाई है। यहां तक कि अपनी सरकार के मंत्रियों व विधायकों के खिलाफ रिश्वतखोरी की शिकायतें मिलने पर तुरंत कार्रवाई की गई। राज्य सरकार भ्रष्टाचारियों को पंजाब और पंजाबियों का दुश्मन समझती है, चाहे वह किसी भी पार्टी से संबंध रखता हो। सबसे बड़ी चुनौती सालों-साल सत्तासुख भोगने वाले सियासतदानों व अधिकारियों का भ्रष्ट गठजोड़ तोडऩा था, जिसे राज्य सरकार की सख्ती ने पूरी तरह से तोड़ दिया। पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्रियों, विधायकों और सीनियर अधिकारियों के खिलाफ विजिलैंस जांच शुरू की गई। कई राजनेताओं व अधिकारियों को तो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया। यह पहली बार सुनने में आया है कि एक पूर्व मंत्री ने भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी कर दी थीं कि उसने काली कमाई के नोट गिनने के लिए एक मशीन तक रखी हुई थी। 

पिछली सरकारों के समय भ्रष्टाचार विरोधी मामलों की गिनती बहुत कम होती थी क्योंकि ये सरकारें आपसी मिलीभगत से भ्रष्ट तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने से झिझकती थीं। आंकड़ों की बात करें तो साल 2017 में भ्रष्टाचार के आरोप में 159, 2018 में भी 159 और साल 2019 में भी इतने ही 159 केस दर्ज हुए थे। वहीं साल 2020 और 2021 में क्रमश: 140 और 150 केस दर्ज हुए थे। ‘आप’ सरकार ने मार्च 2022 में ‘भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन’ की शुरूआत की थी और अब तक 352 केस दर्ज किए गए और 300 भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार किया गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान कई बार दोहरा चुके हैं कि भ्रष्टाचारियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। साफ-सुथरा, भ्रष्टाचार रहित और पारदर्शी शासन देकर पंजाब को शहीदों के सपनों की धरती बनाएंगे।-घनश्याम लाल

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