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यह न तो हिंदुत्व का उभार था और न ही किसी राजनीतिक दल की लहर, बल्कि 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान में शादी के मौसम में निहित गर्मी का असर उन राज्यों...
बहुत ही सोच-विचार के बाद बाबा साहेब अंबेडकर के नेतृत्व में भारत का भाग्य विधाता संविधान रचा गया। यह लचीला और समावेशी तथा सब को साथ लेकर अर्थात समाहित...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अप्रैल को अलीगढ़ में एक रैली में मुस्लिम महिलाओं और अल्पसंख्यक समूह के भीतर हाशिए पर रहने वाले समुदायों का समर्थन...
सेरेलैक और बॉर्नविटा विवादों से एक आम बात यह है कि बच्चों को दिए जाने वाले उत्पादों के विज्ञापनों की बिल्कुल भी सख्ती से निगरानी नहीं की जा रही है।...
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दुनिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी ने दुनिया के सबसे बड़े बाजार भारत की यात्रा को अनायास रद्द कर दिया। कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने औचक टिप्पणी करते हुए कहा कि यह चुनावों में भाजपा की हार को दर्शाता है जबकि मस्क के अनुसार वह टेस्ला कम्पनी के भारी उत्तरादायित्वों की वजह से यात्रा को टाल रहे हैं।
शायद ही कभी दुनिया भर में परिस्थितियों के संयोजन ने भविष्य के बारे में ऐसा कहा हो। इसके लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। लापरवाह नेता जेलेंस्की और इसराईल के बेंजामिन नेतन्याहू, जो संघर्ष में हैं, के पास इसमें शामिल होने की कोशिश करने की न तो इच्छा है और न ही समझ।
अभी आम चुनाव का प्रथम चरण ही पूरा हुआ है पर ऐसा नहीं लगता कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनाव जैसी कोई महत्वपूर्ण घटना घट रही है। चारों ओर एक अजीब सन्नाटा है। न तो गांव, कस्बों और शहरों में राजनीतिक दलों के होर्डिंग और पोस्टर दिखाई दे रहे हैं और न ही लाऊडस्पीकर पर वोट मांगने वालों का शोर सुनाई दे रहा है, चाय के ढाबों और पान की दुकानों पर अक्सर जमा होने वाली भीड़ भी खामोश है।
2024 के लोकसभा चुनाव में निर्णायक कारक क्या होगा? सोशल मीडिया अभियानों ने 2014 के चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आर्टीफिशियल इंटैलीजैंस (ए.आई.)संभावित रूप से पारंपरिक प्रचार अभियान की जगह ले सकता है, जिससे चुनाव परिणाम प्रभावित होंगे।
भारत में पानी की कमी एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है क्योंकि ग्लोबल वाॄमग 1.5 डिग्री की सीमा तक पहुंच रही है। जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़े हुए तापमान और मानसून के पैटर्न में बदलाव से पानी की कमी और बदतर हो गई है, जिससे कृषि और आवश्यकताओं की स्थिरता खतरे में पड़ गई है।
लोकतंत्र का सबसे शक्तिशाली अंग, मतदाता, सबसे अधिक त्रस्त क्यों है? सैद्धांतिक रूप से, लोकतंत्र जनता के लिए, जनता द्वारा और जनता के शासन का प्रतीक है। जाहिर तौर पर लोग किसी भी लोकतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। लोकतंत्र में जनकल्याण से बढ़कर किसी चीज की कल्पना नहीं की जा सकती।
पिछले सप्ताह के कॉलम (इंडियन एक्सप्रैस, पंजाब केसरी रविवार, 14 अप्रैल, 2024) में, मैंने इस तथ्य पर अफसोस जताया था कि मैं कांग्रेस और भाजपा के घोषणा पत्रों की तुलना करने में असमर्थ था। उस रविवार सुबह 8.30 बजे भाजपा ने मोदी की गारंटी नाम से अपना घोषणा पत्र जारी किया।
2024 के आम चुनाव के लिए मतदान शुरू हो चुका है। वह एक पुरानी कहावत, ‘अपनी मुर्गियों को अंडे सेने से पहले मत गिनें’, वर्तमान उम्मीदों पर लागू होनी चाहिए कि विजेता कौन बनेगा? व्यापक सहमति इस बात पर बनती दिख रही है कि न केवल मोदी सत्ता में वापस आएंगे। बल्कि शायद 2019 से भी बड़े बहुमत के साथ। जब तक आखिरी वोट नहीं पड़ जाता और गिनती नहीं हो जाती, तब तक हम किसी नतीजे पर यकीन नहीं कर सकते, भले ही अभी हालात किसी खास नतीजे के पक्ष में दिख रहे हों।
हिन्दी के प्रख्यात व्यंग्यकार शरद जोशी की पुस्तक का शीर्षक ‘हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे’ कैसी भी परिस्थिति हो, सटीक ही बैठता है। यह 10-20 या 100-50 साल की स्थिति हो, ऐसा न लगकर महसूस होता है कि युगों से यही सत्य है।
चुनावी भविष्यवाणी करना जोखिम भरा होता है। फिर भी तय है कि 2024 का लोकसभा चुनाव पिछले दो चुनावों की तरह एकतरफा नहीं दिख रहा। बेशक सत्तारूढ़ एन.डी.ए. के पास 10 साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में लोकप्रिय चेहरा है। मोदी सरकार की ‘हैट्रिक’ का नारा देते हुए भाजपा और एन.डी.ए. के लिए क्रमश: 370 एवं 400 सीटों का लक्ष्य भी घोषित कर दिया है।
देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के चलते पूरे भारत में चुनाव प्रचार चरम पर है। वहीं, पंजाब भी इससे अछूता नहीं है, लेकिन पंजाब की सियासी फिजा अप्रत्याशित दिशा में आगे बढ़ रही है पंजाब की सभी राजनीतिक पाॢटयों के बड़े नेता अपनी वफादारी बदल कर दूसरी पार्टियों में शामिल हो रहे हैं और उन पार्टियों की उम्मीदें भी बढ़ा रहे हैं। पंजाब की 5 प्रमुख पार्टियां आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, अकाली दल, भाजपा और बसपा ऐसी कोई पार्टी नहीं बची है जिसके नेता इधर-उधर न गए हों।
1961 की बहुचर्चित फिल्म ‘हम दोनों’ का ये गाना सबने सुना होगा। धूम्रपान करने वाले सभी व्यक्तियों ने भी इसे अवश्य सुना होगा। फिल्म में गाने के बोल इस तरह दर्शाए गए कि फिल्म का हीरो अपने सभी फिक्र और चिंताओं को धुएं के कश में उड़ा देता है और चिंता मुक्त हो जाता है।
राधाराव ग्रेसियस गोवा में एक तेजतर्रार वकील हैं, जिनकी सक्रियता में अवसर के अनुरूप अपने मन की बात कहना शामिल है। पिछले सप्ताह मुझे ई-मेल से उनकी सक्रियता का एक नमूना प्राप्त हुआ। राधाराव ने ‘एक्स’ पर स्थानीय भाजपा समर्थकों को गोवा से तमिलनाडु के वेलंकन्नी तक ट्रेन में मुफ्त टिकट की पेशकश करने के लिए लताड़ लगाई थी, जिसका भुगतान ‘विभिन्न हितों’ द्वारा किया गया था।
भाजपा और अन्य पार्टियों के बीच गुणात्मकता की कसौटी पर कितना बड़ा अंतर आ गया है यह हर कदम पर दिखाई देता है। सभी पार्टियों के घोषणा पत्र देखें तो साफ हो जाएगा कि राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा नेतृत्व से प्रतिस्पर्धा करने में ज्यादातर पार्टियां इतना पीछे खड़ी हैं कि उनका वहां तक पहुंचाना इस समय दुष्कर लगता है। ‘आप’ भाजपा के समर्थक हों या विरोधी निष्पक्षता से विचार करने पर निष्कर्ष यही आएगा कि सिद्धांत, व्यवहार , संकल्प, व्यावहारिकता और आत्मविश्वास की दृष्टि से अन्य पार्टियों के घोषणा पत्रों से तुलना नही
क्या मोदी सरकार की आतंकवाद-विरोधी नीति और पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों की हत्या में कोई संबंध है? अभी हाल ही में पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि 14 अप्रैल को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के सहयोगी अमीर सरफराज तांबा की ‘अज्ञात बंदूकधारियों’ द्वारा हत्या में ‘भारत की भूमिका’ है। आलेख लिखे जाने तक सरफराज जीवित है या गंभीर रूप से घायल, इसे लेकर पाकिस्तानी अधिकारियों में भ्रम की स्थिति है।
पिछले महीने गुजरात में जिला न्यायाधीशों के एक अखिल भारतीय सम्मेलन में बोलते हुए, भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि इस बात की आशंका बढ़ रही है कि जिला अदालतें व्यक्तिगत स्वतंत्रता से संबंधित मामलों पर विचार करने के लिए अनिच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि ‘जमानत एक नियम है, जेल एक अपवाद है’ का लंबे समय से चला आ रहा सिद्धांत कमजोर होता दिख रहा है, जैसा कि ट्रायल कोर्ट द्वारा जमानत की अस्वीकृति के खिलाफ अपील के रूप में उच्च न्यायालयों और सुप्रीम कोर्ट में पहुंच रहे मामलों की बढ़ती संख्या
मेष राशि वालों के लिए आज का दिन मिलाजुला रहने वाला है। परिवार के किसी सदस्य के साथ किसी बात को लेकर
वृष राशि के नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन मिलने की संभावना है। साथी के साथ कुछ पल एकांत में व्यतीत
मिथुन राशि के जातकों के लिए आज का दिन उतार-चढ़ाव भरा रहने वाला है। ऑफिस का कोई दोस्त आपके
कर्क राशि के जातकों के लिए दिन बढ़िया रहने वाला है। परिवार वालों के साथ कहीं घूमने या पिकनिक
सिंह राशि के जातकों के लिए आज का दिन सामान्य रहने वाला है। किसी भी अपने से मन की बात
कन्या राशि के जातकों के लिए दिन बेहतर रहने वाला है। बिजनेस कर रहे लोग अपने कारोबार को आगे
तुला राशि के लोग माता-पिता के आर्शिवाद से कोई नया काम करने के बारे में सोच-विचार
वृश्चिक राशि के जातकों को लिए आज का दिन ताजगी से भरा रहने वाला है। किसी दोस्त के साथ मिलक
धनु राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में अपने सीनियर और जूनियर की उपेक्षा का शिकार होना पड़
मकर राशि के जातकों के लिए आज का दिन आनंदमय रहने वाला है। प्राइवेट जॉब कर रहे लोगों की सैलरी में इजाफा
कुंभ राशि के जातकों को व्यापार में मनचाही सफलता मिल सकती है। युवा अपने करियर को लेकर थोड़ा चिंतित
मीन राशि के जातकों के लिए खास रहने वाला है। इस राशि के युवा लंबे समय से रूके काम को पूरा करने
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27/04/2024 15:30 IST
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