Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Mar, 2019 05:04 PM
देश में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में चल रही कुल 1,420 परियोजनाओं में से 369 की लागत पहले लगाए गए अनुमान से ऊपर निकल गई है, जबकि अन्य 366 परियोजनाओं पर काम तय समय से काफी देरी से चल रहा है।
नई दिल्लीः देश में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में चल रही कुल 1,420 परियोजनाओं में से 369 की लागत पहले लगाए गए अनुमान से ऊपर निकल गई है, जबकि अन्य 366 परियोजनाओं पर काम तय समय से काफी देरी से चल रहा है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
संपत्ति परामर्श कंपनी एनारॉक और एसोसिएशन ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री (इंडिया) ने ‘इंफ्रास्ट्रक्चर एंड रियल एस्टेट: ए फुलक्रुम फॉर चेंज एंड इकोनॉमिक ग्रोथ’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार को बुनियादी ढांचा क्षेत्र को बहुत अधिक प्राथमिकता देनी चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 तक पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को हासिल करना बुनियादी ढांचा और रियल एस्टेट क्षेत्र के विकास पर निर्भर करता है, क्योंकि जीडीपी में इस क्षेत्र के अकेले का योगदान 29.5 प्रतिशत तक होता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘अवसंरचना परियोजनाओं की चुनौतियों को समझने के लिए ये आंकड़े ही पर्याप्त हैं कि कुल 1,420 परियोजनाओं में जिन पर काम चल रहा है, उनमें से 369 की लागत पहले लगाए गए अनुमान से 3,380 अरब रुपए तक बढ़ गई है जबकि 366 परियोजनाओं में औसतन 46 महीने तक की देरी चल रही है।’’ रिपोर्ट के अनुसार ढांचागत परियोजनाओं और रियल एस्टेट क्षेत्र का भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 29.5 प्रतिशत तक का योगदान है जबकि अमेरिका की जीडीपी में इस क्षेत्र का योगदान 22.6 प्रतिशत और चीन की अर्थव्यवस्था में 17.6 प्रतिशत तक है।