Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Nov, 2019 11:26 AM
भारत में नौकरी करना एक मजबूरी बनती जा रही है। दरअसल एक सर्वे के मुताबिक भारत के ज्यादातर लोग अपनी सैलरी से खुश नहीं हैं। मॉन्सटर सैलरी इंडेक्स की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि भारत में 75 फीसदी लोग ऐसे हैं जो कि अपनी सैलरी से संतुष्ट नहीं हैं।
नई दिल्लीः भारत में नौकरी करना एक मजबूरी बनती जा रही है। दरअसल एक सर्वे के मुताबिक भारत के ज्यादातर लोग अपनी सैलरी से खुश नहीं हैं। मॉन्सटर सैलरी इंडेक्स की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि भारत में 75 फीसदी लोग ऐसे हैं जो कि अपनी सैलरी से संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे में भारत में सैलरी को लेकर निराशा की भावना लगातार बढ़ती जा रही है।
इस फील्ड के एम्पलाॅय हैं सबसे ज्यादा हताश
रिपोर्ट में कहा गया है कि कंस्ट्रक्शन, टेक्निकल कंसल्टेंसी, हेल्थकेयर सर्विस, सोशल वर्क, आईटी सर्विस, लीगल और मार्केट कंसल्टेंट के रूप में काम करने वाले अपनी नौकरी से संतुष्ट हैं। हालांकि एजुकेशन और रिसर्च फील्ड में काम करने वाले लोगों में निराशा का बढ़ी है।
बॉस के व्यवहार से हैं खुश
सर्वे में भाग लेने वाले ज्यादातर लोगों ने कहा कि वे अपने साथ काम करने वाले सहकर्मी और बॉस के अच्छे व्यवहार की वजह से नौकरी से संतुष्ट हैं। इसमें से 92 फीसदी लोगों ने मानना है कि वे अपने सहकर्मी से संतुष्ट हैं, जबकि 87 फीसदी अपने बॉस के व्यवहार से संतुष्ट पाए गए हैं।