Edited By Supreet Kaur,Updated: 27 Dec, 2019 05:58 PM
आधार कार्ड लोगों की पहचान के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। साल 2010 में इसके लागू होने के लगभग एक दशक बाद देश में आधार कार्ड धारकों की संख्या 125 करोड़ के पार पहुंच गई है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने...
नई दिल्लीः आधार कार्ड लोगों की पहचान के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। साल 2010 में इसके लागू होने के लगभग एक दशक बाद देश में आधार कार्ड धारकों की संख्या 125 करोड़ के पार पहुंच गई है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने शुक्रवार को बताया कि आधार परियोजना ने 125 करोड़ के आंकड़े को पार करके नई उपलिब्ध हासिल की है। देश के 125 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास उनकी 12 अंकों की विशिष्ट पहचान उपलब्ध है।
37 हजार करोड़ बार किया गया इस्तेमाल
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि यह उपलब्धि आधार धारकों द्वारा प्राथमिक पहचान दस्तावेज के रूप में आधार के तेजी से बढ़ते उपयोग के कारण हासिल हुई है। यूआईडीएआई ने एक बयान जारी करके बताया कि आधार-आधारित प्रमाणीकरण सेवाओं का शुरुआत से अब तक लगभग 37,000 करोड़ बार इसका उपयोग हो चुका है।
रोजाना मिलती हैं 3-4 लाख अपडेट रिक्वेस्ट
वर्तमान में यूआईडीएआई को प्रतिदिन लगभग तीन करोड़ प्रमाणीकरण अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। इसके अलावा यूआईडीएआई ने अब तक लगभग 331 करोड़ सफल आधार अपडेट (बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक) दर्ज किए हैं। वर्तमान में यूआईडीएआई को रोजाना 3-4 लाख अपडेट रिक्वेस्ट मिलती हैं।