Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Sep, 2018 05:46 PM
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर हो रही चोरतरफा घेराबंदी के बावजूद मोदी सरकार एयरलाइंस कंपनियों पर फिर मेहरबान होती नजर आ रही है। तेल मार्केटिंग कंपनियों ने पिछले महीने में जहां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3 रुपए का इजाफा किया है
बिजनेस डेस्कः पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर हो रही चोरतरफा घेराबंदी के बावजूद मोदी सरकार एयरलाइंस कंपनियों पर फिर मेहरबान होती नजर आ रही है। तेल मार्केटिंग कंपनियों ने पिछले महीने में जहां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3 रुपए का इजाफा किया है वहीं एटीएफ (एयर ट्रबाइनल फ्यूल) के दाम में मात्र 37 पैसे की ही इजाफा किया गया है।
पैट्रोल-डीजल होगा और महंगा
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) ने कहा है कि 2018 में कच्चे तेल के दाम और बढ़ने के आसार हैं जिससे पैट्रोल डीजल और महंगा हो सकता है। कुछ समय के लिए ये दाम 75 डॉलर प्रति बैरल से भी ऊपर जा सकते हैं। दुनिया भर में भू-राजनीतिक परिस्थितियों के कारण ऐसा होने की संभावना है। इनमें ईरान पर प्रतिबंध और वेनेजुएला के उत्पादन में गिरावट भी शामिल है। अगर पेट्रोलियम निर्यात करने वाले देशों का संगठन (ओपेक) उत्पादन में बड़े इजाफे का संकेत नहीं देता है तो ऐसा हो सकता है। गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चे तेल के दाम 80 डॉलर के स्तर की ओर बढ़ते हुए 77.38 डॉलर प्रति बैरल पर जा चुके हैं। जो इस बात का संकेत है कि ईरान के प्रतिबंधों से वैश्विक आपूर्ति सीमित हो सकती है जबकि अमेरिका का वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) कच्चा तेल एक समय पर 69.84 डॉलर के स्तर पर था।
एटीएफ के दाम पर एक नजर