Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 May, 2020 01:32 PM
देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने इंटरनेट यूजर्स को एक ‘फर्जी’ ई-मेल स्कैम को लेकर सावधान किया है, जिसमें उपयोगकर्ता का निजी वीडियो रिकॉर्ड करने का दावा किया जाता है और जबरन पैसा वसूल किया जाता है।
बिजनेस डेस्कः देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने इंटरनेट यूजर्स को एक ‘फर्जी’ ई-मेल स्कैम को लेकर सावधान किया है, जिसमें उपयोगकर्ता का निजी वीडियो रिकॉर्ड करने का दावा किया जाता है और जबरन पैसा वसूल किया जाता है। साइबर सुरक्षा एजेंसी के अनुसार उपयोगकर्ता द्वारा वसूली गई राशी जमा नहीं करने पर क्रिमिनल्स द्वारा उस रिकार्डेड वीडियो को जारी करने की धमकी दी जाती है।
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इसको देखते हुए कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पोंस टीम (CERT-In) ने लोगों को सलाह देते हुए कहा है कि आमतौर पर ऐसे ई-मेल से डरने कि कोई जरुरत नहीं है लेकिन अगर किसी यूजर्स को अपने सोशल मीडिया या किसी अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म पर कोई छेड़छाड़ नजर आती है तो उनको अपना पासवर्ड बदल लेना चाहिए।
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वीडियो रिकॉर्ड करने की बात कह करते हैं ब्लैकमेल
इसमें कहा गया है, ई-मेल जबरन-वसूली अभियान में धोखाधड़ी करने वालों ने यह कहते हुए लोगों को कई ई-मेल भेजे हैं कि उनका कंप्यूटर हैक हो गया है और वेबकैम की मदद से एक वीडियो बना लिया गया है और उन्हें उनका पासवर्ड पता चल गया है। CERT-In ने कहा कि ये ई-मेल फर्जी है और डरने की कोई बात नहीं है। सीईआरटी-इन साइबर हमले का मुकाबला करने और भारतीय साइबर स्पेस की रक्षा के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी इकाई है।
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ऐसे करते हैं धोखाधड़ी
एजेंसी ने अपने परामर्श में एक ऐसे ही ‘जबरन वसूली’ ई-मेल का जिक्र किया है। पहले धोखाधड़ी करने वाला मेल भेजकर पुराना पासवर्ड लिखता है और उसका ध्यान आकृष्ट करने का प्रयास करता है। फिर वह उपयेागकर्ता को यह यकीन दिलाने के लिए कंप्यूटर शब्दजाल की कहानी गढ़ता है कि वह कुशल हैकर है। फिर यह बताया जाता है कि हैकर ने अश्लील वेबसाइट पर एक मालवेयर डाल दिया है और जब उपयोगकर्ता उस वीडियो को देख रहा है तब उसके वेबकैम और डिस्प्ले स्क्रीन को हैक कर लिया गया है और मैसेंजर, फेसबुक और ईमेल से सारे संपर्कों में छेड़छाड़ किया गया है।
परामर्श के अनुसार जबरन वसूली मांगने से पहले यह आखिरी कदम हो सकता है। धोखाधड़ी करने वाला फिर जबरन वसूली की मांग करता है।