Edited By rajesh kumar,Updated: 03 Nov, 2020 02:37 PM
कोरोना महामारी की मार सबसे ज्यादा एयरलाइन सेक्टर पर पड़ी है। लेकिन धीरे-धीरे लॉकडाउन खुलने के बाद एयरपोर्ट पर रौनक लौट रही है। सितंबर में मुंबई एयरपोर्ट से करीब 6.5 लाख घरेलू यात्रियों ने हवाई सफर किया है।
मुंबई: कोरोना महामारी की मार सबसे ज्यादा एयरलाइन सेक्टर पर पड़ी है। लेकिन धीरे-धीरे लॉकडाउन खुलने के बाद एयरपोर्ट पर रौनक लौट रही है। सितंबर में मुंबई एयरपोर्ट से करीब 6.5 लाख घरेलू यात्रियों ने हवाई सफर किया है। जून में यह आकंड़ा सिर्फ 2.2 लाख ही था। इस दौरान घरेलू उड़ानों की संख्या 2600 से बढ़कर 6600 पर पहुंच गई।
सबसे ज्यादा मिडिल ईस्ट के लिए उड़ानें
बता दें कि घरेलू के साथ-साथ इंटरनेशनल हवाई यात्रियों की संख्या में बढ़ौतरी हुई है। जून में विदेशी यात्रियों की संख्या 38 हजार थी, जो सितंबर में बढ़कर 77 हजार के करीब पहुंच गई।इंटरनेशनल फ्लाइट्स में सबसे ज्यादा मिडिल ईस्ट के लोगो ने सफर किया। जून से सितंबर के बीच मुंबई एयरपोर्ट से उड़ने वाली हर दो में से एक फ्लाइट ने मिडिल ईस्ट के लिए उड़ान भरी।
वैसे तो मिडिल ईस्ट के लिए काफी संख्या में भारतीय सफर करते हैं, लेकिन इस बार अलग यह थाकि इनमें यात्रा करने वाले अधिकांश लोगों ने मिडिल ईस्ट के लिए उड़ान भरी थी और इनमें यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका जाने वाले ट्रांजिट यात्रियों की संख्या नहीं के बराबर थी। मुंबई इटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के आंकड़ों के अनुसार जून से सितंबर के दौरान 4 में से सिर्फ 1 ऐसी उड़ान थी जो यूरोप के लिए उड़ान भरी या आई, जबकि अमेरिका के लिए 11 फीसदी, अफ्रीका के लिए 6 फीसदी और एशिया पैसेफिक के लिए 2 फीसदी फ्लाइट्स ने उड़ाने भरी।
इंडिगो ने चलाई 330 उड़ानें
लेकिन इंडिगो ने सबसे ज्यादा 330 उड़ानें चलाईं और लगभग 26,070 यात्रियों ने मिडिल ईस्ट का रूख किया। इस दौरान एयर इंडिया ने 15,550 यात्रियों को 98 फ्लाइट्स से सेवाएं दी, जो यूरोप और उत्तरी अमेरिका के लिए उड़ान भरी थी।