Edited By prachi upadhyay,Updated: 12 Aug, 2019 06:49 PM
खनन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वेदांता रिसोर्सेज के मुखिया अनिल अग्रवाल ने सोमवार को कहा, कि उनको बंद पड़ी जेट एयरवेज को खरीदने में कोई दिलचस्पी नहीं है। दरअसल, कर्ज में डूबी जेट एयरवेज का मामला दिवाला संहिता के तहत एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल)...
मुंबई: खनन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वेदांता रिसोर्सेज के मुखिया अनिल अग्रवाल ने सोमवार को कहा, कि उनको बंद पड़ी जेट एयरवेज को खरीदने में कोई दिलचस्पी नहीं है। दरअसल, कर्ज में डूबी जेट एयरवेज का मामला दिवाला संहिता के तहत एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) के समक्ष विचाराधीन है। जिसके बाद अग्रवाल की निवेश कंपनी वोल्कन इंवेस्टमेंट ने जेट एयरवेज को खरीदने के लिए रविवार को रूचि पत्र (ईओआई) जमा किया था। कल इस बंद पड़ी एयरलाइन के लिए बोली का आखिरी दिन था।
हालांकि, सोमवार को अनिल अग्रवाल की तरफ से बयान जारी किया कि, ‘जेट एयरवेज के लिए वोल्कन ने जो रुचि पत्र जमा किया था वह शुरुआती खोजबीन के आधार पर था। आगे की जांच-पड़ताल और अन्य प्राथमिकताओं पर विचार करने के बाद हमने इस दिशा में कदम नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।’ बयान में कहा गया है कि वोल्कन ने जेट एयरवेज के लिए ईओआई इसलिए जमा किया था क्योंकि वह कंपनी और उद्योग के लिए कारोबारी परिदृश्य को समझना चाहती थी। इस कदम के बाद अब एयरलाइन की संपत्तियों को खरीदने की दौड़ में सिर्फ दो कंपनियां रह गई हैं। दरअसल, वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज ने अपनी सभी सेवाए अप्रैल में बंद कर दी थीं।