Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Nov, 2022 02:22 PM
संपत्ति प्रबंधन कंपनियों (एएमसी) ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 67 नई कोष पेशकश (एनएफओ) के जरिए कुल 17,805 करोड़ रुपए जुटाए। महंगे या बड़े मूल्यांकन और इक्विटी बाजारों में उच्च अस्थिरता के कारण एनएफओ के माध्यम से निवेश में सालाना आधार पर 64...
नई दिल्लीः संपत्ति प्रबंधन कंपनियों (एएमसी) ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 67 नई कोष पेशकश (एनएफओ) के जरिए कुल 17,805 करोड़ रुपए जुटाए। महंगे या बड़े मूल्यांकन और इक्विटी बाजारों में उच्च अस्थिरता के कारण एनएफओ के माध्यम से निवेश में सालाना आधार पर 64 प्रतिशत की कमी आई है।
मॉर्निंगस्टार इंडिया द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, तिमाही आधार पर एनएफओ प्रदर्शन में सुधार आया है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में केवल चार एनएफओ देखे गए और इसके जरिए कुल 3,307 करोड़ रुपए जुटाए गए। नई योजनाएं शुरू करने पर भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बाजार (सेबी) की पाबंदियों के चलते पहली तिमाही में एनएफओ क्षेत्र में सुस्ती आई थी।
आम तौर पर एनएफओ कई कारणों से बाजार में आते हैं और वे विशेष रणनीतियों का उपयोग करके विभिन्न बाजार परिदृश्यों तक पहुंच बनाना चाहते हैं। मॉर्निंगस्टार इंडिया के मुताबिक, 2022-23 की दूसरी तिमाही में 67 एनएफओ लाए गए और संपत्ति प्रबंधन कंपनियों ने इसके जरिए कुल मिलाकर 17,805 करोड़ रुपए जुटाए। वहीं, बीते वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 43 एनएफओ जारी किए गए और इसके जरिए 49,283 करोड़ रुपए जुटाए गए।