Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Feb, 2021 04:35 PM
रविवार को बिटकॉइन ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। बिटकॉइन पहली बार 49,500 डॉलर के स्तर से भी ऊपर निकल गया। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन लंदन में सुबह 10.20 बजे के करीब 49,202 डॉलर की थी, जो शाम को 5 बजे तक
बिजनेस डेस्कः रविवार को बिटकॉइन ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। बिटकॉइन पहली बार 49,500 डॉलर के स्तर से भी ऊपर निकल गया। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन लंदन में सुबह 10.20 बजे के करीब 49,202 डॉलर की थी, जो शाम को 5 बजे तक 49,593 डॉलर के स्तर पर पहुंच गई। देखा जाए तो सिर्फ इस साल में ही बिटकॉइन ने 70 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। वही बिटकॉइन की विरोधी क्रिप्टोकरेंसी Ether ने भी शनिवार को रिकॉर्ड स्तर छू लिया।
हाल ही में दुनिया के सबसे रईस शख्स एलन मस्क की कंपनी टेस्ला की तरफ से बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर के निवेश के बाद इसकी कीमत में और तेजी आई है। देखा जाए तो अभी एक बिटकॉइन भारतीय करेंसी में 36 लाख रुपए के करीब है।
क्या है बिटकॉइन?
बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है। 'क्रिप्टो' का मतलब होता है 'गुप्त'। यह एक डिजिटल करेंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर काम करती है। इसकी सबसे खास बात ये है डिजिटल होने की वजह से आप इसे छू नहीं सकते। बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में हुई थी। बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ रही है। गुरुवार सुबह के हिसाब से इसकी कीमत करीब 8.31 लाख को क्रॉस कर चुकी है। यह एक तरह की डिजिटल करंसी है। इसकी शुरुआत एलियस सतोशी नाम के शख्स ने की थी।
कैसे होती है बिटकॉइन की ट्रेडिंग?
Kraken के जरिए बिटकॉइन ट्रेडिंग की जा सकती है। इसके लिए पहले अपना अकाउंट बनाना होता है। इसके बाद ईमेल के जरिए अकाउंट कन्फर्म करना होता है। अकाउंट वेरिफाइ होने के बाद आप ट्रेडिंग मेथड सिलेक्ट कर सकते हैं। ट्रेडिंग के लिए चार्ट मौजूद होता है जिसमें बिटकॉइन की कीमत की हिस्ट्री होती है। आप समय पर बिटकॉइन का ऑर्डर देकर खरीद सकते हैं और बेच सकते हैं। बिटकॉइन की कीमतों में बदलाव बहुत ही अप्रत्याशित और तेज होता है इसलिए इसमें खतरा बना रहता है।
शेयर बाजार से बहुत अलग चीज है ये
बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान होती है इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई। दुनियाभर की गतिविधियों के हिसाब से बिटकॉइन की कीमत घटती-बढ़ती रहती है। यह किसी देश द्वारा निर्धारित नहीं होती है बल्कि डिजिटली कंट्रोल होती है। स्टॉक मार्केट की तरह बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं होता है। इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बहुत तेजी से होता है।