Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Sep, 2020 06:27 PM
रसोई गैस (एलपीजी) का रिफिल सिलैंडर लेने से पहले उसके वजन और रिसाव की जांच के अपने अधिकारों के बारे में उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए इंडियन ऑयल ने दिल्ली में एक अभियान शुरू किया है। इंडियन ऑयल के कार्यकारी निदेशक
नई दिल्लीः रसोई गैस (एलपीजी) का रिफिल सिलैंडर लेने से पहले उसके वजन और रिसाव की जांच के अपने अधिकारों के बारे में उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए इंडियन ऑयल ने दिल्ली में एक अभियान शुरू किया है। इंडियन ऑयल के कार्यकारी निदेशक और दिल्ली क्षेत्र के प्रमुख श्याम बोहरा ने आज इस अभियान की शुरुआत की। उन्होंने ‘ऑडियो-वीजुअल' प्रणाली के साथ डिजिटल स्क्रीन वाले वैन को हरी झंडी दिखाई जो दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर ग्राहकों को यह बतायेगी कि सिलैंडर लेते समय उनके क्या अधिकार हैं। एक शॉटर् फिल्म के माध्यम से जागरूकता फैलाएगी।
वैन के साथ इंडियन ऑयल के अधिकारी, वितरक और वितरण कर्मी होंगे जो ग्राहकों को पैम्फलेट्स भी देंगे। बोहरा ने जोर दिया कि डिलिवरी से पहले रिसाव के लिए सिलैंडर की जांच से एलपीजी के सुरक्षित उपयोग को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने एलपीजी डिलीवरी कर्मियों की भी प्रशंसा की जिन्होंने इस कठिन समय के दौरान सभी कोविड मानकों का पालन करते हुए पूरे शहर में सिलैंडर की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की है।
सिलैंडर की डिलीवरी से पहले ग्राहक के निवास पर एलपीजी डिलीवरी करने वाला व्यक्ति सिलैंडर की गुणवत्ता और मात्रा प्रदर्शित करता है। एलपीजी वितरण कर्मी सिलैंडर का वजन डिजिटल वजन पैमाने पर दिखाता है और साथ ही ग्राहक की अनुमति से सील खोलने के बाद उसके सामने रिसाव के लिए सिलैंडर का परीक्षण करता है।