Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Dec, 2018 02:46 PM
सरकार एक नई योजना तैयार कर रही है जिसके तहत नई पेट्रोल या डीजल कार खरीदने पर आपको जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है। दरअसल, सरकार ने पेट्रोल-डीजल वाली कारें खरीदने पर 12,000 रुपए ''पलूटर पे'' यानी प्रदूषण करने का शुल्क लगाने का ड्राफ्ट तैयार किया है।
बिजनेस डेस्कः सरकार एक नई योजना तैयार कर रही है जिसके तहत नई पेट्रोल या डीजल कार खरीदने पर आपको जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है। दरअसल, सरकार ने पेट्रोल-डीजल वाली कारें खरीदने पर 12,000 रुपए 'पलूटर पे' यानी प्रदूषण करने का शुल्क लगाने का ड्राफ्ट तैयार किया है। इस पैसे का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वीइकल्स के लिए इंसेन्टिव और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग में होगा। इस नई पॉलिसी को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।
शीर्ष सचिवों और अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद नीति आयोग ने प्रस्ताव किया है कि जो लोग इलेक्ट्रिक टू व्हीलर, थ्रीव्हीलर और कार खरीदते हैं उन्हें पहले साल में 25,000 रुपए से लेकर 50,000 रुपए तक की छूट मिलनी चाहिए।
आपकी अगली कार क्यों हो सकती है इलेक्ट्रिक
- इलेक्ट्रिक वीइकल्स की खरीदारी पर इंसेन्टिव के लिए पेट्रोल-डीजल कारों पर नया सरचार्ज।
- इलेक्ट्रिव वीइकल पर मिलने वाला इंसेन्टिव सीधे खरीदार को मिलेगा, ताकि कोई अन्य उसका फायदा न उठा सके।
- कम्पोनेन्ट्स और बैटरी पर जीएसटी 18-28 फीसदी की जगह घटाकर 12 फीसदी होगा।
- सभी इलेक्ट्रिक वीइकल्स का रजिस्ट्रेशन बिना फीस और रोड टैक्स के होगा।
- इलेक्ट्रिक वीइकल्स पर कस्टम ड्यूटी में कोई बदलाव नहीं, लेकिन बैटरी और पार्ट्स पर टैरिफ में कटौती होगी।
- सभी इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए लोकलाइजेशन होगा।
- सभी पेट्रोल पंपों पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर होंगे। एक हजार पंपों को बोली के माध्यम से सब्सिडी मिलेगी।
बैटरी की कीमत होगी कम
एक रिपोर्ट के अनुसार, इसका लाभ ऑटो निर्माता अपनी जेब में न रखें यह सुनिश्चित करने के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स खरीदने वालों के लिए डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर का प्रस्ताव किया गया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले मसौदा को रद्द कर दिया था और ब्यूरोक्रेट्स से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि ऑटो निर्माताओं को लाभ देने की जगह बैटरी की कीमत कम करने पर गौर किया जाए।