केन्द्रीय बैंक की स्वायत्तता बहुत ‘‘पवित्र’’: अरविंद सुब्रमणियम

Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Dec, 2018 05:31 PM

central bank autonomy sacred  arvind subramanian

पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियम ने बुधवार को कहा कि केन्द्रीय बैंक की स्वायत्तता ‘‘पवित्र’’ है और इसके साथ कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। सरकार द्वारा रिजर्व बैंक की कमान एक पूर्व नौकरशाह को सौंपे जाने के एक दिन

मुंबईः पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियम ने बुधवार को कहा कि केन्द्रीय बैंक की स्वायत्तता ‘‘पवित्र’’ है और इसके साथ कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। सरकार द्वारा रिजर्व बैंक की कमान एक पूर्व नौकरशाह को सौंपे जाने के एक दिन बाद सुब्रमणियम ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि वित्तीय प्रणाली की मजबूती बहाल करने के लिए पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल द्वारा उठाए गए कदम संस्थान के लिए किसी नुकसान के आकलन में महत्वपूर्ण होंगे।

सुब्रमणियम ने यहां 5वें इंडिया इकोनोमिक कानक्लेव को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह काफी महत्वपूर्ण होगा कि आने वाले समय में क्या यह चीज (वित्तीय प्रणाली फिर से ठीक करने की योजना) बरकरार रहेगी अथवा नहीं। यही इस मापने का पैमाना हो सकता है कि बड़े संस्थागत मोर्चे पर क्या हो रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कई ऐसी अच्छी वजहें हैं जिनके चलते रिजर्व बैंक की छवि बहुत अच्छी हैं। निर्णय तथा कामकाज और संचालन की स्वायत्तता को बनाए रखना पूरी तरह एक पवित्रता काम है। हमें इस मामले में कोई समझौता नहीं करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि पटेल के कार्यकाल में रिजर्व बैंक ने ‘‘सराहनीय’’ काम किया है।

बैंक ने त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए), एनबीएफसी के मुद्दों से निपटने और विभिन्न निजी बैंकों से निपटने जैसे कई मुद्दे रहे हैं जिनमें उन्होंने सराहनीय काम किया। यहां यह उल्लेखनीय है कि उर्जित पटेल के इस्तीफे से करीब एक सप्ताह पहले ही रिजर्व बैंक और सरकार के बीच कम से कम दो मुद्दों पर मतभेदों की खूब चर्चा रही। इनमें पीसीए और एनबीएफसी के मुद्दे प्रमुख हैं। 

सरकार चाहती थी कि रिजर्व बैंक बैंकों के खिलाफ त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई यानी पीसीए के मामले में उदार रुख अपनाए ताकि ज्यादा से ज्यादा बैंक कर्ज उपलब्ध करा सकें। वहीं सरकार ने गैर-बैंकिंग वित्त क्षेत्र में भी तरलता समर्थन बढ़ाने पर भी जोर दिया, जिसे रिजर्व बैंक ने उस समय नकार दिया। सुब्रमणियम ने हालांकि इस बात का संकेत दिया कि जहां तक एनबीएफसी और आईएल एण्ड एफसी संकट की बात है इस मामले में रिजर्व बैंक की तरफ से कुछ चीजों को नजरंदाज किया गया।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!