Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Apr, 2021 05:25 PM
भारतीय कपास संघ (सीएआई) ने बृहस्पतिवार को अनुमान जताया है कि अक्टूबर में शुरू होने वाले 2020-21 कपास सत्र का निर्यात 20 प्रतिशत बढ़कर 60 लाख गांठ हो जाने का अनुमान। इसका मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय कीमतों का अधिक होना है।
मुंबईः भारतीय कपास संघ (सीएआई) ने बृहस्पतिवार को अनुमान जताया है कि अक्टूबर में शुरू होने वाले 2020-21 कपास सत्र का निर्यात 20 प्रतिशत बढ़कर 60 लाख गांठ हो जाने का अनुमान। इसका मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय कीमतों का अधिक होना है। सीएआई ने एक बयान में कहा कि वर्ष 2019-20 के सत्र में, कपास का निर्यात 50 लाख गांठ का हुआ था।
सीएआई के अध्यक्ष अतुल गनात्रा ने बताया, "हम भारतीय कपास की तुलना में अंतरराष्ट्रीय कीमतों के अधिक होने की वजह से चालू सत्र में कपास का निर्यात 10 लाख गांठ बढ़कर 60 लाख गांठ होने उम्मीद कर रहे हैं। एक महीने पहले, भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कपास के बीच औसत मूल्य अंतर 10 से 13 सेंट के बीच था जो अब लगभग 4 से 5 सेन्ट के आसपास है।" कपास के निर्यात की खेप, 31 मार्च, 2021 तक 43 लाख गांठ तक आंकी गई है।