Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Apr, 2018 04:19 PM
देश के सभी परिवारों को बैंकिंग सेवाओँ से जोडऩे के लिए शुरू की गई ‘जनधन योजना’ के खातों में कुल जमा राशि 80,000 करोड़ रुपए के ऊपर पहुंच गई है। इस वित्तीय समावेशन कार्यक्रम से उत्तरोत्तर अधिकाधिक लोगों के जुडऩे से इन खातों में जमा में तेजी आई।
नई दिल्लीः देश के सभी परिवारों को बैंकिंग सेवाओँ से जोडऩे के लिए शुरू की गई ‘जनधन योजना’ के खातों में कुल जमा राशि 80,000 करोड़ रुपए के ऊपर पहुंच गई है। इस वित्तीय समावेशन कार्यक्रम से उत्तरोत्तर अधिकाधिक लोगों के जुडऩे से इन खातों में जमा में तेजी आई।
मार्च 2017 से बढ़ने लगा डिपॉजिट
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जनधन खाते में कुल जमा राशि 11 अप्रैल 2018 को बढ़कर 80,545.70 करोड़ रुपए हो गई थी। मार्च 2017 के बाद से इसमें निरंतर तेजी जारी है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना खाते उस समय भी चर्चा में आए जब नोटबंदी के दौरान इसमें से बहुत से खातों मोटी रकम जमा कराई गई।
नवंबर 2016 के अंत में जनधन खातों में जमा रकम बढ़कर 74,000 करोड़ से अधिक हो गई थी, जो कि उस महीने के शुरू में करीब 45,000 करोड़ रुपए थी। इस दौरान लोगों ने बड़ी मात्रा में इन खातों में 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट जमा किए थे। उसके बाद मार्च 2017 से पहले इन खातों में जमा में गिरावट देखी गई। दिसंबर 2017 में जमा बढ़कर 73,878.73 करोड़ रुपए, फरवरी 2018 में 75,572 करोड़ रुपए और मार्च महीने में बढ़कर 78,494 करोड़ रुपए हो गई।
जमा के साथ ही जनधन कार्यक्रम से जुडऩे वालों की संख्या भी बढ़ी है। 11 अप्रैल 2018 को खातों की संख्या बढ़कर 31.45 करोड़ हो गई, जो कि 2017 की शुरूआत में 26.5 करोड़ थी। 9 नवंबर 2016 को जनधन खातों की संख्या 25.51 करोड़ रुपए थी।