Edited By PTI News Agency,Updated: 02 Apr, 2020 01:43 PM
देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी आईओसी ने अपने चार बड़े खरीदारों... सऊदी अरब, इराक, संयुक्त अरब अमीरात और कुवैत से कच्चे तेल की खरीद कुछ समय के लिए घटाने को दैवीय आपदा प्रावधान (फोर्स मैजर) लागू किया है। कोरोना वायरस बीमारी पर रोकथाम के चलते देश भर में...
नयी दिल्ली: देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी आईओसी ने अपने चार बड़े खरीदारों... सऊदी अरब, इराक, संयुक्त अरब अमीरात और कुवैत से कच्चे तेल की खरीद कुछ समय के लिए घटाने को दैवीय आपदा प्रावधान (फोर्स मैजर) लागू किया है। कोरोना वायरस बीमारी पर रोकथाम के चलते देश भर में निकलने पर पाबंदी के कारण ईंधन मांग घटी है तेलशोधन का स्तर कम करना पड़ा है। सूत्रों के अनुसार आईओसी ने चारों आपूर्तिकर्ताओं से अप्रैल महीने में की जाने वाली आपूर्ति में से कुछ मात्रा आगे टालने को कहा है।
कंपनी ने अपनी रिफाइनरियों में प्रसंस्करण की मात्रा कम-से-कम एक चौथाई कम कर दी है। कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये 21 दिन के ‘लॉकडाउन’ से कारोबारी गतिविधियां ठप होने, विमानों की उड़ानें रद्द होने तथा ज्यादतर वाहनों के सड़कों से नदारद होने से ईंधन की मांग काफी कम हो गयी है। ‘फोर्स मैजर’ यानी आपात प्रावधान का उपयोग ऐसी स्थिति में किया जाता है जब हालात संबंधित पक्ष के नियंत्रण से बाहर हो तथा यह इकाई को अनुबंध के तहत अपनी बाध्यताओं को पूरा करने से रोकती हो।
सूत्रों ने कहा कि मार्च महीने में पेट्रोल की बिक्री फरवरी के मुकाबले 8 प्रतिशत घटी है वहीं डीजल की मांग 16 प्रतिशत घटी है। विमान ईंधन (एटीएफ) बिक्री 20 प्रतिशत घटी है। सूत्रों के अनुसार मांग घटने से रिफाइनरी में कच्चे तेल के प्रसंस्करण में कमी की गयी है। संयुक्त अरब अमीरात की एडनोक ने आपूर्ति टालने के बारे में सकारात्मक जवाब दिया है जबकि सऊदी अरब तथा इराक से आईओसी के आग्रह पर अभी जवाब मिलना बाकी है।
आईओसी के अलावा हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. ने भी इराक से आपूर्ति पर आपात प्रावधान लागू किया है। इसके अलावा मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमकल्स लि. (एमआरपीएल) ने 1.5 करोड़ टन सालाना क्षमता की तीसरी रिफाइनरी बंद कर दी है। सभी आपूर्तिकर्ताओं के लिये आपात प्रावधान लागू किया है।