Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Jul, 2021 05:28 PM
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक ग्रुप और उसके प्रवर्तकों संजय चंद्रा तथा अजय चंद्रा के खिलाफ मनी लॉड्रिंग जांच के सिलसिले में हरियाणा में कई जमीन के टुकड़े कुर्क किए हैं। इनकी कीमत 106 करोड़ रुपए है। संघीय जांच एजेंसी ने बुधवार...
नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक ग्रुप और उसके प्रवर्तकों संजय चंद्रा तथा अजय चंद्रा के खिलाफ मनी लॉड्रिंग जांच के सिलसिले में हरियाणा में कई जमीन के टुकड़े कुर्क किए हैं। इनकी कीमत 106 करोड़ रुपए है। संघीय जांच एजेंसी ने बुधवार को बयान में कहा कि धन शोधन रोधक कानून (पीएमएलए) की आपरााधिक धाराओं में गुरुग्राम में तीन अचल संपत्तियों को कुर्क करने का अस्थायी आदेश जारी किया गया है। इन जमीन के टुकड़ों की कीमत 106.08 करोड़ रुपए है।
बयान में कहा गया कि चंद्रा की दो छद्म इकाइयों इरोड प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लि. और कोर कम्युनिटीज प्राइवेट लि. ने इन जमीन के टुकड़ों को खरीदा था। एजेंसी ने कहा कि जांच में यह तथ्य सामने आया कि इन जमीन के टुकड़ों को अपराध की कमाई से खरीदा गया। ईडी ने आरोप लगाया कि इन दोनों कंपनियों पर चंद्रा का नियंत्रण है। सिंगापुर और केमैन आइलैंड में इन कंपनियों को अपराध की कमाई स्थानांतरित की गई। इससे पहले ईडी ने इसी साल चंद्रा और यूनिटेक समूह के खिलाफ कथित रूप से साइप्रस और केमैन आइलैंड में गैरकानूनी तरीके 2,000 करोड़ रुपए स्थानांतरित करने के आरोप में पीएमएलए की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा यूनिटेक समूह के खिलाफ कुछ घर के खरीदारों की शिकायत पर दायर प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद यह मामला दायर किया था। एजेंसी ने कहा कि इस मामले में अभी तक 5,063.05 करोड़ रुपए की अपराध की कमाई का पता लगा है।