Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Jan, 2019 02:10 PM
केंद्र सरकार 1 फरवरी को अपना अंतरिम बजट पेश करने जा रही है। मोदी सरकार में पहली बार अरुण जेटली की जगह पीयूष गोयल बजट पेश करेंगे। इस बजट से उम्मीद की जा रही है इससे लोगों की कई समस्याएं खत्म हो जाएंगी।
नई दिल्लीः केंद्र सरकार 1 फरवरी को अपना अंतरिम बजट पेश करने जा रही है। मोदी सरकार में पहली बार अरुण जेटली की जगह पीयूष गोयल बजट पेश करेंगे। इस बजट से उम्मीद की जा रही है इससे लोगों की कई समस्याएं खत्म हो जाएंगी। मध्यम वर्ग के लेकर उच्च वर्ग के सभी कारोबारी इस बजट से खास उम्मीदें लगाकर बैठें है। डेयरी और पशुपालन उद्योग से जुड़े कारोबारियों ने बताया कि सरकार को किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
बजट 2019 के चलते एक कारोबारी ने बताया कि फिलहाल केंद्र सरकार दूध के प्रोडक्शन और उसके मूल्यों पर काफी सबसिडी देती है। ऐसे में जरूरी है कि इस बजट 2019 में केंद्र सरकार डेयरी इनपुट्स पर ध्यान दे। बाजार में पशुओं के लिए चारा काफी महंगा है इसके अलावा पशुओं के देखभाल पर भी काफी अधिक खर्चा आता है जिसे किसान पूरा नहीं कर पाते हैं। इसके लिए जरूरी है कि सरकार इनपुट कॉस्ट को कम करे। उन्होंने कहा कि इस बजट में सरकार को किसानों को इनपुट कॉस्ट में सब्सिडी देनी चाहिए। इसके अलावा भारत में एक्सपोर्ट एक बड़ा चैलेंज है। भारत के स्किम्ड मिल्क पाउडर की प्रति किलोग्राम कॉस्ट 1.6 और 1.7 आती है। वहीं अगर न्यूजीलैंड जैसे देशों की बात की जाए तो वहां स्किम्ड मिल्क पाउडर की कॉस्ट भारत से कम है जिस कारण भारत को आगे बढ़ने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।