Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Feb, 2024 10:24 AM
देश का विदेशी मुद्रा भंडार नौ फरवरी को समाप्त सप्ताह में 5.24 अरब डॉलर घटकर 617.23 अरब डॉलर रहा। इससे एक सप्ताह पहले कुल विदेशी मुद्रा भंडार 622.5 अरब डॉलर रहा था। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि...
मुंबईः देश का विदेशी मुद्रा भंडार नौ फरवरी को समाप्त सप्ताह में 5.24 अरब डॉलर घटकर 617.23 अरब डॉलर रहा। इससे एक सप्ताह पहले कुल विदेशी मुद्रा भंडार 622.5 अरब डॉलर रहा था। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष में विदेशी मुद्रा भंडार 50.28 अरब डॉलर बढ़ गया है।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, दो फरवरी को समाप्त सप्ताह में मुद्राभंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 4.07 अरब डॉलर घटकर 546.52 अरब डॉलर रही। देश का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर, 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था लेकिन पिछले साल से वैश्विक घटनाक्रम के बीच रुपये को संभालने के लिए रिजर्व बैंक को इस भंडार के एक हिस्से का इस्तेमाल करना पड़ा था। परिणामस्वरूप, रुपया इस वित्त वर्ष में अब तक की सबसे अच्छी एशियाई मुद्रा रही है।
कुल भंडार में कमी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में तेज गिरावट के कारण हुई, जो भंडार का सबसे बड़ा घटक है। डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है। रिजर्व बैंक के मुताबिक, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के पास भारत की आरक्षित जमा भी 2.8 करोड़ डॉलर घटकर 48.32 अरब डॉलर रहा।