Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Apr, 2024 03:38 PM
भारत सेमीकंडक्टर हब बनने की राह पर निकल पड़ा है। इसका कारण भी है कि अमेरिका और यूरोप चीन से इसकी मोनोपॉली खत्म करना चाहती है। डिमांड को पूरा करने के लिए ऐसे देश की जरुरत है, जहां पर इसकी ज्यादा से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई जा सके। भारत ने...
बिजनेस डेस्कः भारत सेमीकंडक्टर हब बनने की राह पर निकल पड़ा है। इसका कारण भी है कि अमेरिका और यूरोप चीन से इसकी मोनोपॉली खत्म करना चाहती है। डिमांड को पूरा करने के लिए ऐसे देश की जरुरत है, जहां पर इसकी ज्यादा से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई जा सके। भारत ने अपने आपको चीन का सबसे बेहतर विकल्प बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यही कारण है कि करीब तीन साल पहले लाए गए सेमीकंडक्टर के पैकेज का पैसा लगभग खत्म हो चुका है। वहीं दूसरी ओर दूसरी कंपनियों ने भी भारत में अपनी यूनिट लगाने का ऑफर भेज दिया है।
अब सरकार सेमीकंडक्टर पर मेगा प्लान लाने की तैयारी कर रही है। इसका मतलब है कि जो पीएलआई स्कीम या पैकेज पहले लाया गया था। उससे कहीं ज्यादा बड़ी पीएलआई स्कीम या पैकेज फिर से लाया जाएगा। खास बात तो ये है कि इस बार सेमीकंडक्टर पर भारत के साथ इजराइल और जापान भी आकर खड़े हो गए हैं। दोनों ही देशों की कंपनियों ने सेमीकंडक्टर पर बड़े निवेश का ऐलान किया है।
सेमीकंडक्टर पर सरकार का मेगा प्लान!
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सरकार सेमीकंडक्टर एक नए बड़े पैकेज का ऐलान कर सकती है। इसका ऐलान नई सरकार के गठन के बाद किया जाएगा। सरकार ने इस प्लान को अपनी प्रायोरिटी में रखा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जो ऑफर विदेशी कंपनियों के आ रहे हैं, उन्हें नए पैकेज की तुरंत जरुरत है जिसे नए मंत्रीमंडल की बैठक में रखकर पास किया जाएगा। वास्तव में पुराने पैकेज के ऐलान के बाद जिस तरह की सफलता सरकार को मिली है। उसके बाद जो नए ऑफर भारत को मिल रहे हैं। उसे देखकर भारत सरकार ने नए पैकेज को लाने की योजना बनाई है। अभी तक इस बारे में कोई जानकारी हासिल नहीं हुई है कि पैकेज कितने रुपए का होगा।
वहीं दूसरी ओर चीन भी कोविड प्रतिबंधों को हटाने के बाद अपनी इंडस्ट्रीयल लाइफ को दोबारा से सांसें देने की कोशिश देने में जुटा है जिसके लिए उसने भी सेमीकंडक्टर को लेकर बड़े पैकेज का ऐलान किया है। ऐसे भारत के लिए भी विदेशी कंपनियों को अपनी ओर खींचने के लिए बड़े पैकेज के ऐलान की जरुरत पड़ गई है। मौजूदा स्कीम के अनुसार भारत सरकार डिस्प्ले और सेमीकंडक्टर फैब्रिकेटर्स को प्रोजेक्ट की टोटल कॉस्ट का 50 फीसदी मदद कर रही है। बीते कुछ समय में भारी भरकम निवेश आने के कारण पीएलआई का पैसा लगभग खत्म हो चुका है।
अब आए नए ऑफर्स
पहले की पीलआई स्कीम की अपार सफलता के बाद देश को कई ऑफर्स मिल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इन तमाम ऑफर्स पर बातचीत काफी हो चुकी है। इस फेहरिस्त में जापान का नाम सामने आ रहा है। जहां की एक कंपनी ने भारत में फैब यूनिट लगाने का ऑफर दिया है। जापानी कंपनी 40 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने का ऐलान कर रही है। दूसरी ओर इजराइली कंपनी की ओर से भी भारत में 90 हजार करोड़ रुपए का निवेश का ऐलान कर दिया है। सूत्रों हवाले से कहा गया है कि इन दोनों प्रोजेक्ट को इंस्टैंट इंसेंटिव की जरुरत है। आपको बता दें कि सेमीकंडक्टर को मॉर्डन ऐरा का ऑयल मानाना जा रहा है। इसका यूज कई डिफ्रेंट इंडस्ट्रीज में किया जाता है।