Edited By Supreet Kaur,Updated: 29 Sep, 2018 09:51 AM
वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बार फिर से पीले और हरे मटर समेत मटर के आयात पर प्रतिबंध को और तीन महीने यानी इस साल 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया। ऐसे उपाय सस्ते आयात को रोकने और स्थानीय कीमतों को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। पिछले साल,...
नई दिल्लीः वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बार फिर से पीले और हरे मटर समेत मटर के आयात पर प्रतिबंध को और तीन महीने यानी इस साल 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया। ऐसे उपाय सस्ते आयात को रोकने और स्थानीय कीमतों को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। पिछले साल, सरकार ने पीले मटर पर 50 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाया था। हालांकि, अन्य दलहनों पर कोई शुल्क नहीं लगता है।
विदेश मंत्रालय के महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा, मटर का आयात (पीली मटर, हरी मटर, दुन मटर और कास्पा मटर समेत) 31 दिसंबर, 2018 तक प्रतिबंधित है। इससे पहले लगाया गया प्रतिबंध 30 सितंबर को समाप्त होना था। भारत दुनिया में दालों का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। वर्ष 2018-19 के लिए दालों के उत्पादन का लक्ष्य 2.4 करोड़ टन का है, जो वर्ष 2017-18 के 2 करोड़ 39 लाख टन से मामूली अधिक है।