Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Jan, 2022 12:38 PM
केंद्र ने चालू विपणन वर्ष 2021-22 के दौरान अब तक 532.86 लाख टन धान की खरीद की है, जिसमें अधिकतम खरीद पंजाब से की गई है। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "अब तक लगभग 64.07 लाख किसानों को एमएसपी...
नई दिल्लीः केंद्र ने चालू विपणन वर्ष 2021-22 के दौरान अब तक 532.86 लाख टन धान की खरीद की है, जिसमें अधिकतम खरीद पंजाब से की गई है। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "अब तक लगभग 64.07 लाख किसानों को एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के रुप में 1,04,441.45 करोड़ रुपए का लाभ मिला है।" चालू विपणन सत्र में नौ जनवरी तक अब तक की गई कुल खरीद में से सर्वाधिक 186.85 लाख टन धान पंजाब से, उसके बाद 67.65 लाख टन छत्तीसगढ़ से, 65.54 लाख टन तेलंगाना से, 55.30 लाख टन हरियाणा से और 46.50 लाख टन उत्तर प्रदेश से खरीदा गया है।
धान विपणन का सत्र अक्टूबर से शुरू होता है और सितंबर तक चलता है। विपणन सत्र 2020-21 के दौरान, सरकार ने 1,69,133.26 करोड़ रुपए के एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) मूल्य पर 895.83 लाख टन धान की खरीद की थी।
सरकार भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के साथ-साथ राज्य एजेंसियों के माध्यम से खरीद कार्य करती है। सरकार एमएसपी के साथ किसानों की सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर धान और गेहूं खरीदती है। सरकार इस अनाज का इस्तेमाल राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत पंजीकृत गरीब लाभार्थियों को रियायती दरों पर राशन की दुकानों के माध्यम से वितरण के लिए करती है।