Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Apr, 2024 04:29 PM
बीते वित्त वर्ष 2023-24 के मार्च महीने में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह सालाना आधार पर 11.5 प्रतिशत बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपये हो गया। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि घरेलू लेनदेन बढ़ने से मार्च में जीएसटी संग्रह बढ़ा है। यह अबतक का दूसरा...
बिजनेस डेस्कः बीते वित्त वर्ष 2023-24 के मार्च महीने में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह सालाना आधार पर 11.5 प्रतिशत बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपए हो गया। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि घरेलू लेनदेन बढ़ने से मार्च में जीएसटी संग्रह बढ़ा है। यह अबतक का दूसरा उच्चतम मासिक जीएसटी संग्रह है। अबतक का सर्वाधिक जीएसटी संग्रह अप्रैल, 2023 में 1.87 लाख करोड़ रुपए दर्ज किया गया था।
मार्च में संग्रह बढ़ने के साथ समूचे वित्त वर्ष 2023-24 में कुल जीएसटी संग्रह 20.14 लाख करोड़ रुपए हो गया जो वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 11.7 प्रतिशत अधिक है। इस वित्त वर्ष में औसत मासिक जीएसटी संग्रह 1.68 लाख करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले 1.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक था।
वित्त मंत्रालय ने दी जानकारी
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘मार्च, 2024 के लिए सकल जीएसटी राजस्व में सालाना आधार पर 11.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1.78 लाख करोड़ रुपए का दूसरा सबसे बड़ा संग्रह देखा गया। घरेलू लेनदेन में 17.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने से कर संग्रह में यह उछाल दर्ज किया गया।'' मार्च महीने में रिफंड के बाद शुद्ध जीएसटी राजस्व 1.65 लाख करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 18.4 प्रतिशत अधिक है।
जनवरी में हुई थी पैसों की बारिश
जीएसटी ने जनवरी में केंद्र सरकार पर पैसों की बारिश की थी। जनवरी 2024 में सरकार का कुल जीएसटी कलेक्शन 1,72,129 करोड़ रुपए रहा। ये जनवरी 2023 के 1,55,922 करोड़ रुपए के कलेक्शन के मुकाबले 10.4 प्रतिशत अधिक था। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जनवरी के बीच सरकार का जीएसटी कलेक्शन 11.6 प्रतिशत बढ़कर 16.69 लाख करोड़ रुपए रहा। जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में सरकार का जीएसटी कलेक्शन 14.96 लाख करोड़ रुपए था।