Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Mar, 2024 02:24 PM
केंद्रीय बैंक RBI की कार्रवाई ने IIFL फाइनेंस के शेयरों पर तगड़ी स्ट्राइक की है। RBI ने इसे तत्काल गोल्ड लोन बांटने से रोक दिया है जिसके चलते शेयरों को तगड़ा झटका लगा है। आज कारोबार की शुरुआत होते ही इसके शेयर 20 फीसदी टूटकर लोअर सर्किट पर आ गए।...
बिजनेस डेस्कः केंद्रीय बैंक RBI की कार्रवाई ने IIFL फाइनेंस के शेयरों पर तगड़ी स्ट्राइक की है। RBI ने इसे तत्काल गोल्ड लोन बांटने से रोक दिया है जिसके चलते शेयरों को तगड़ा झटका लगा है। आज कारोबार की शुरुआत होते ही इसके शेयर 20 फीसदी टूटकर लोअर सर्किट पर आ गए। मार्केट में इसके शेयरों का एक भी खरीदार नहीं है जिसके चलते सर्किट खुल नहीं पा रहा है और यह 478.50 रुपए के भाव पर बना हुआ है। पिछले साल इसके शेयर 16 अक्टूबर 2023 को एक साल के हाई 704.20 रुपए और 14 मार्च 2023 को एक साल के निचले स्तर 408.40 रुपए पर थे।
RBI ने क्यों की कार्रवाई
RBI ने सुपरवाइजरी से जुड़ी चिंताओं के चलते आईआईएफएल फाइनेंस पर गोल्ड लोन बांटने पर रोक लगा दिया है। यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो चुका है। इस मामले में कंपनी ने सफाई पेश की है कि RBI ने जो आपत्तियां जताई हैं, उस पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा और गोल्ड लोन सर्विसेज में दिक्कत नहीं आने दिया जाएगा। IIFL Finance का गोल्ड लोन पोर्टफोलियो दिसंबर 2023 तिमाही में सालाना आधार पर 35 फीसदी उछलकर 24,692 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। यह देश के 25 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों के 2721 नगरों और शहरों में गोल्ड लोन मुहैया कराता है।
ब्रोकरेज का क्या है रुझान
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने RBI की कार्रवाई के बावजूद इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है। इसका टारगेट प्राइस 765 रुपए फिक्स किया है। ब्रोकरेज के मुताबिक RBI ने स्पेशल ऑडिट और रेक्टिफिकेशन प्रोसेस के बाद आईआईएफएल फाइनेंस पर प्रतिबंध लगाया है जिससे इसकी कमाई पर निगेटिव असर पड़ सकता है। गोल्ड लोन की इसके एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) में करीब 32 फीसदी हिस्सेदारी है। ब्रोकरेज का कैलकुलेशन है कि अगर यह प्रतिबंध 9 महीने तक जारी रहता है तो इसके EPS को 25-30 फीसदी से अधिक झटका लग सकता है।