हर साल 100 टन सोना पैदा कर सकता है भारत : एसोचैम

Edited By Pardeep,Updated: 06 Oct, 2018 01:01 AM

india can produce 100 tonnes of gold every year assocham

देश एक बार फिर से सोने की चिडिय़ा बन सकता है। इसके लिए भारत के पास पर्याप्त मात्रा में सोना भी है। बस जरूरत है उसे निकालने और तराशने की।एसोचैम रिपोर्ट के अनुसार देश हर साल 100 टन सोने का उत्पादन कर सकता है, जिससे सोने की आयात की मात्रा कम हो जाएगी।...

नई दिल्ली: देश एक बार फिर से सोने की चिडिय़ा बन सकता है। इसके लिए भारत के पास पर्याप्त मात्रा में सोना भी है। बस जरूरत है उसे निकालने और तराशने की। 

एसोचैम रिपोर्ट के अनुसार देश हर साल 100 टन सोने का उत्पादन कर सकता है, जिससे सोने की आयात की मात्रा कम हो जाएगी। साथ ही सोने के दाम भी आम आदमी की पहुंच में रहेंगे। देश को ज्यादा नुक्सान भी नहीं उठाना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि देश में हर साल 900 टन सोने की खपत होती है लेकिन सोने का उत्पादन मात्र एक से डेढ़ टन के आसपास होता है।

प्रति वर्ष एक से डेढ़ टन सोने का होता है उत्पादन
भारत में प्रति वर्ष एक से डेढ़ टन सोने का उत्पादन होता है। अगर भारत के संसाधनों की बात करें तो उससे भी सोने का उत्पादन दो से अढ़ाई टन ही किया जा सकता है। इसके लिए अतिरिक्त खदानों की जरूरत नहीं होगी। वहीं देश को सालाना 100 से 200 टन का सोने का उत्पादन करना है तो 20 अतिरिक्त खदानों की जरूरत होगी। वहीं इसके लिए 1 से 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश करना होगा। इससे देश में करीब 50,000 से एक लाख लोगों को रोजगार भी मिल पाएगा।

कितना है भारत का प्रोडक्शन और पॉलिसी 
भारत का सोने को लेकर लंबा इतिहास रहा है लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा समय में सोने का उत्पादन स्तर काफी कम है। भारत में वर्ष 2016 में सोने का प्रोडक्शन 2 टन से कम रहा है। वहीं केन्द्र सरकार की पॉलिसी की बात करें तो सोने का खनन बढ़ाने के लिए वर्ष 2016 में द माइन्स एंड मिनरल्स एक्ट 1957 में संशोधन हुआ था। संशोधन के बाद प्राइवेट कम्पनियां सोने के खनन में हिस्सा 50 तक के लिए ले सकती हैं। इससे पहले यह लिमिट 30 साल के लिए थी। 

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