Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Jun, 2020 11:44 AM
कोरोना वायरस संकट के दौरान जीवन रक्षक उपकरण बनाने वाली घरेलू कंपनियों के वादे और कामकाज से उत्साहित नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने बृहस्पतिवार को
नई दिल्लीः कोरोना वायरस संकट के दौरान जीवन रक्षक उपकरण बनाने वाली घरेलू कंपनियों के वादे और कामकाज से उत्साहित नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने बृहस्पतिवार को विनिर्माताओं को उपकरण तथा संबधित उत्पादों तैयार करने की क्षमता और बढ़ाने एवं वैश्विक आपूर्तिकर्ता के रूप में उभरने के लिए प्रेरित किया।
वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिए जीवन रक्षक उपकरण (वेंटिलेटर) विनिर्माताओं और स्टार्टअप से बातचीत में कांत ने कहा कि स्थानीय कंपनियों ने तीन महीनों में 60,000 वेंटिलेटर की आपूर्ति की। उन्होंने कहा कि अब इन उत्पादों के विनिर्माण की क्षमता बढ़ाने और वैश्विक बाजार में दबदबा बनाने की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम का आयोजन देश में वेंटिलेटर के विनिर्माण को समर्थन देने के उपायों पर चर्चा के लिए किया गया था।
औद्योगिक संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीबीआईआईटी) सचिव गुरूप्रसाद महापात्र ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया' अभियान के तहत भारत के पास सस्ता और हल्के वेंटिलेटर बनाने के मामले में प्रमुख विनिर्माण केंद्र बनने की क्षमता है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के चेयरमैन सतीश रेड्डी ने कहा कि जरूरी आजादी और मदद से उच्च गुणवत्ता और कम लागत वाले वेंटिलेटर के विनिर्माण को लेकर नवप्रवर्तन को गति मिली।