Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Sep, 2020 02:48 PM
अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है, भारत की अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत दिख रहे हैं। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल (S&P Global) ने भारत की रेटिंग को स्टेबल रखा है। S&P ने भारत की रेटिंग को BBB
नई दिल्लीः अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है, भारत की अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत दिख रहे हैं। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल (S&P Global) ने भारत की रेटिंग को स्टेबल रखा है। S&P ने भारत की रेटिंग को BBB शार्ट टर्म और A-3 लॉन्ग टर्म रखा है और आउटलुक को स्टेबल रखा है यानी S&P ने भारत की रेटिंग BBB-/A-3 की है। S&P के मुताबिक भारत की ग्रोथ में रिकवरी के संकेत हैं। वित्त वर्ष 2021 से भारत की GDP में रिकवरी की उम्मीद है।
S&P का कहना है कि टैक्स सिस्टम में सुधार से इकोनॉमी को सहारा मिल रहा है। रेटिंग एजेंसी का कहना है कि FY22 तक भारत में आर्थिक गतिविधियां सामान्य होने की उम्मीद है लेकिन FY22 तक ग्रोथ अनुमान से कम रही तो रेटिंग घटेगी।
S&P का कहना है कि वित्त वर्ष 2023 में 6.0 फीसदी GDP ग्रोथ का अनुमान है। वहीं, वित्त वर्ष 2023 में 6.2 फीसदी GDP ग्रोथ का अनुमान है। S&P ने अपनी रिपोर्ट में ये भी कहा है कि भारत के बैकिंग सेक्टर में लिक्विटिडी और लेंडिंग की दिक्कत है। कोरोना संकट से भारत सरकार का घाटा और कर्ज बढ़ा है लेकिन सरकार द्वारा टैक्स कलेक्शन सिस्टम में किए गए सुधार से इकोनॉमी को सहारा मिलेगा। S&P ने ये भी कहा है कि वित्त वर्ष 2022 तक भारत की ग्रोथ अनुमान से कम रही तो रेटिंग घटाएंगे।
S&P ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भारी बहुमत पर आधारित केंद्र सरकार आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ा सकती है। लेकिन देश की खराब होती वित्तिय स्थिति आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज के नजरिए से सरकार के हाथ बांध सकती है।
S&P का अनुमान है कि कमजोर कर वसूली के चलते वित्त वर्ष 2021 में भारत का वित्तीय घाटा GDP का लगभग 12.5 फीसदी तक रह सकता है। वहीं, इस साल debt-to-GDP रेश्यो के 90 फीसदी से ज्यादा रहने का अनुमान है।