सर्वे: इनडायरैक्ट टैक्स सिस्टम में सुधार से ज्यादातर लोग संतुष्ट

Edited By ,Updated: 04 Jul, 2016 03:23 PM

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सैंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज ऐंड कस्टम्स (सी.बी.ई.सी.) के एक सर्वे में यह पता चला है कि इनडायरैक्ट टैक्स सिस्टम को और ज्यादा फ्रेंडली

नई दिल्लीः सैंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज ऐंड कस्टम्स (सी.बी.ई.सी.) के एक सर्वे में यह पता चला है कि इनडायरैक्ट टैक्स सिस्टम को और ज्यादा फ्रेंडली बनाने की सरकार की कोशिशों से लोग संतुष्ट हैं। सर्वे के अनुसार 72 फीसदी लोगों का कहना था कि उन्हें सी.बी.ई.सी. की पॉलिसी में बदलाव दिखा है, जबकि 45 फीसदी का कहना था कि सीनियर अधिकारियों के रुख में बदलाव आया है। सर्वे में शामिल 51 फीसदी लोगों ने ग्राऊंड लेवल, इंस्पैक्टर्स और इससे ऊपर के लेवल के अधिकारियों के अप्रोच में सुधार की बात कही।

 

वित्त मंत्री ने एक बयान में कहा गया, ''इंडिया इंक के लिए यह अच्छी खबर होनी चाहिए। टैक्स माहौल सुधारने में इंस्पैक्टर राज को सबसे बड़ी बाधा माना जाता है।'' सरकार की तरफ से इंडस्ट्री बॉडी फिक्की और प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म के.पी.एम.जी. ने यह सर्वे किया। इसमें देश भर के 45,000 लोगों ने हिस्सा लिया।

 

सर्वे में मुख्य सवाल था: 'क्या सी.बी.ई.सी. की पॉलिसी में कोई बदलाव दिख रहा है। क्या वह ज्यादा फ्रेंडली हुआ है? '

 

वित्त मंत्री ने बताया, 'टैक्स डिपार्टमेंट के पास इस तरह के सवाल पूछने का साहस था और टैक्सपेयर्स ने इसे पॉजिटिव तरीके लिया।' सर्वे में टैक्स डिपार्टमेंट के सीनियर और जूनियर अधिकारियों के साथ बातचीत के अनुभव, विवाद निपटारा, आईटी से जुड़ी सर्विसेज, रिफंड क्लेम और रिफॉर्म से जुड़े सवाल पूछे गए। यह भी पूछा गया कि क्या सी.बी.ई.सी. ऐडमिनिस्ट्रेशन 'टैक्स टेररिज्म' के आरोपों पर रिस्पॉन्स हासिल करने की कोशिश में थोड़ा कम सख्त हुआ है, जिसे फॉरेन इन्वेस्टमेंट में बाधा के तौर पर देखा जा रहा है। 32 फीसदी लोगों का कहना था कि बदलाव हुआ है। सी.बी.ई.सी. ने बताया कि यह ट्रेंड में बेहतरी का संकेत है लेकिन इससे यह भी जाहिर होता है कि अभी और काफी कुछ किए जाने की जरूरत है।

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